चकबंदी के विरुद्ध सातवे दिन भी जारी रहा किसानों का कार्मिक भूख हड़ताल!
///जगत दर्शन न्यूज
देवरिया (उत्तरप्रदेश): चकबंदी के विरुद्ध सातवे दिन भी जारी रहा पिपरा बिट्ठल के किसानों का कार्मिक भूख हड़ताल! जिले के अधिकारी नही ले रहें संज्ञान। बताया जाता है कि ग्राम सभा पिपरा विट्ठल गांव 2014 में चकबंदी के लिए चयनित हुआ था। उसी समय से लगातार विरोध होते रहे हैं। आज सात दिन हो गाया लेकिन अभी तक कोई जिम्मेदार अधिकारी नही आए। बिना किसानो की सहमति के प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है। इसके विरोध में स्थानीय किसान 26 फरवरी से कर्मीक भुख अनशन सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक जारी है। वहीं किसानों का कहना है कि जब तक कोई उच्च अधिकारी आकर हमारी समस्या का समाधान नहीं करता है, तब तक हमारा अनशन जारी रहेगा और जरूरत पड़ी तो हम सब आमरण अनशन करने के लिए बाध्य हो जायेंगे।
वही रविवार को हरिशंकर सिंह क्रमिक भूख अनशन पर हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पवन कुमार यादव ने किया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए हरिशंकर सिंह ने कहा कि हम सभी ग्राम वासी गहना बेचना बेचना पड़ेगा और हम लोगों का सिर्फ शोषण होगा और उत्पीड़न होगा। वहीं विंध्याचल यादव का कहना है चकबंदी विभाग लूट खसोट करने के लिए परेशान हैं। किसानों के घर का रुपया गहना बेचवा देंगे कुछ हासिल नहीं होगा। सिर्फ हमारा उत्पीड़न ही होगा इसीलिए हम विरोध कर रहे हैं। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से मानिकचंद यादव, आदर्श गिरी, विंध्याचल यादव, स्वामीनाथ यादव, बृजकिशोर यादव, अनिल यादव, वीरेंद्र सिंह, सुनील यादव, छठठू यादव, दीप नारायण कुशवाहा, बैजनाथ यादव, लाल बाबू यादव, सुग्रीव कुशवाहा, योगेंद्र प्रसाद, रामनरेश यादव, अवधेश यादव, आशीष सिंह, विसेन (रिडडू बाबू), विजयपाल सिंह व सुरेश प्रसाद आदि सहित दर्जनों लोग धरना स्थल पर मौजूद रहे।