भारतीय संस्कृति में रंजीत बाबू का स्थान सर्वोपरि: मंत्री
///जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: भारतीय संस्कृति में शिक्षाविद् रंजीत सिंह का स्थान आज सर्वोपरि है। वे आजीवन बच्चों को समुचित शिक्षा मिले इसके लिए संघर्षरत रहे।
उक्त बातें मुख्य अतिथि सूबे के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने अमनौर प्रखण्ड के जेएम हाईस्कूल रायपुरा में महान शिक्षाविद् रंजीत सिंह की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि आज देश की उन्नति के लिए बच्चियां नाम कर रही है। उन्होने कहा कि प्रवासी मजदूर दुर्घटना योजना में एक लाख से बढाकर आज हमारी सरकार ने दो लाख कर दिया है। इतना ही आईटीआई के गुणवत्ता में भी काफी सुधार हो रहे हैं। बहरहाल, रंजीत बाबू के पदचिन्हो पर चलना ही उस महान आत्मा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। बच्चों को उनके आदर्शों को अपनाने की जरूरत है। पूर्व विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा ने कहा कि आज समाज के सभी लोगों को उनके विचारधारा को अपनाने की जरूरत है। जिला उपभोक्ता फोरम के चेयरमैन बी पी सिंह ने कहा कि गुरू का स्थान आज सबसे ऊपर है। बच्चे गुरू का सम्मान करें तभी उन्हे विद्या मिलेगी।
सारण जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह ने अपने बाबा के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे बाबा मेरे आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि स्वर्गी रणजीत सिंह के द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता यह हमारा सौभाग्य है की के ऐसे महान विभूति हमारे पूर्वज रहे हैं
समारोह में पूर्व प्राचार्य रामाकांत सिंह, अधिवक्ता डां अशोक कुमार सिंह,पूर्व मुखिया शंभूनाथ द्विवेदी प्रधानाध्यापक विजयेंद्र साह, कांग्रेस नेता नदीम अख्तर अंसारी एजाज खान, जगदीश सिंह, सोनू कुमार मिश्रा, मुखिया प्रतिनिधि मदनआदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता राजेश उपाध्याय व धन्यवाद ज्ञापन रायपुरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मदन सिंह ने किया। इसके पूर्व आगत अतिथियों ने रंजीत बाबू की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कांग्रेस नेता अनिल सिंह ने श्रम संसाधन मंत्री व अन्य को बुके व अंगवस्त्र से सम्मानित किया।