सिक्किम में अचानक आई बाढ़ का आँखोदेखा हाल! 22 सेना के जवान सहित सैकड़ो लोग लापता!
सारण के पंकज दुबे ईश्वरीय कृपा से सुरक्षित! भयावह बन चुकी है स्थिति!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: पिछले तीन अक्टूबर को सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में 22 सेना के जवान समेत सैकड़ों लोगों के बहकर लापता होने की खबरों के बीच माँझी नगर पंचायत के दक्षिण टोला निवासी पंकज कुमार दुबे अपनी पत्नी एवम बेटे बेटी के साथ सिक्किम में आई बाढ़ से सकुशल बच निकलने में सफल रहे हैं। श्री दुबे ने दूरभाष पर बताया कि तीन अक्टूबर को अहले सुबह अचानक आई बाढ़ की सूचना देते हुए पुलिसकर्मी भाग कर अपनी जान बचाने में सफल हो गए। अन्यथा पुलिस की गश्ती वाहन के भी बह जाने का खतरा था। अचानक बाढ़ आने की सूचना पाकर श्री दुबे अपनी पत्नी व बच्चों समेत जरूरी सामान लेकर जान बचाने हेतु दूसरे मंजिल की छत पर भाग कर चले गए। लगभग 12 घण्टे तक भूखे प्यासे तथा दहशत में रहने के बाद वे सभी लोग बैठकर ईश्वर की गुहार लगा रहे थे। इस दौरान दहशत जदा बच्चे रोने लगे।
उन्होंने बाढ़ का भयानक मंजर अपनी आंखों से देखा। उन्होंने बताया कि देखते ही देखते उनके क्वार्टर का पहला मंजिल सैलाब में डूब गया। घण्टों बाद तबाही का मंजर थमने के साथ ही एनडीआरएफ की टीम एवम सेना के जवानों ने उनको परिवार समेत रेस्कयू करके रँगपो नामक स्थान से बाहर निकाला तथा आईबीएम ब्रिज के ऊँचे स्थान पर ले जाकर छोड़ दिया। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित शरणार्थी शिविर से बाहर फिलहाल सपरिवार अपने एक परिचित यजमान के यहाँ शरण लिए हुए हैं। श्री दुबे ने बताया कि रैंगपो मन्दिर में पूजा पाठ से होने वाली आय से उनके परिवार का भरण पोषण होता है। परिवार समेत श्री दुबे के बच निकलने की सूचना पाकर माँझी रह रहे उनके परिवार के लोगों ने ईश्वर का धन्यवाद किया है। फिलहाल सिक्किम में नेटवर्क बन्द होने से वहाँ रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ी हुई हैं तथा कींचड़ भरे अपने कमरे से सामान निकालने की पीड़ित लोग जुगत भिड़ा रहे हैं।