हनुमान गढ़ी मन्दिर को बचाने सिग्रीवाल पहुंचे माँझी!
डीआरएम को फोन कर इश्तिहार को रद्द करने की माँग की!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: केन्द्र में सत्तासीन नरेन्द्र मोदी की सरकार मुग़ल काल में ध्वस्त किये गए मन्दिरों का पुनर्निर्माण कराने को संकल्पित है। पुरातन मन्दिरों को तोड़ने का सवाल ही नही उठता। यह बातें गुरुवार को माँझी के रामघाट पर पधारे महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने कही।
इससे पहले स्थानीय हनुमान गढ़ी मन्दिर के पुजारी संत रामप्रिय दास ने सांसद को बताया कि दो दिन पहले रेल प्रशासन द्वारा मन्दिर भवन को अतिक्रमित भवन बताकर उसे तोड़कर हटाने का इश्तिहार चस्पा दिया है। मौके पर सांसद ने वाराणसी के डीआरएम को फोन करके इश्तिहार को रद्द करने के साथ साथ मन्दिर को और अधिक भब्य बनाने में सहयोग करने की बात कही।
सांसद ने डीआरएम को बताया कि वर्ष 1908 में माँझी रेलपुल निर्माण में आ रही तकनीकी अड़चनों को दूर करने के लिए रेल प्रशासन ने ही बजरंग बली की प्रतिमा की स्थापना की थी। उसके बाद से यहाँ पूजा अर्चना शुरू हुई तथा वर्तमान में उक्त मन्दिर में पर्व त्योहार के मौके पर हजारों श्रद्धालु जमा होकर पूजा अर्चना करने आते हैं।
मौके पर सांसद के साथ हेम नारायण सिंह, शिवाजी सिंह, अमरजीत सिंह, रंजन शर्मा, बबलू शर्मा, मनोज प्रसाद, प्यारे अंगद, अरुण सिंह, सुनील पाण्डेय, मयंक ओझा, पिन्टू ओझा, प्रशांत ओझा, संजय सिंह तथा राजनाथ ठाकुर समेत बड़ी संख्या में आसपास के लोग मौजूद थे।