सरकारी स्कूल के हेडमास्टर अब चावल की बोरी बेचेंगे 20 रुपये में!
पटना (बिहार): बिहार के सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बोरा बेचने का नए निर्धारित मूल्य पर टास्क मिला है। शिक्षा विभाग ने बोरा बेचने का फरमान जारी करते हुए नया रेट भी तय कर दिया है।
शिक्षा विभाग के इस नये फरमान के मुताबिक बिहार के सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक अब 20 रुपये प्रति बोरा बेचेंगे। बोरा बेचने के बाद मिली राशि को सरकारी खाते में जमा भी करना होगा। वहीं इसके बाद हेडमास्टर पैसे को जिले में भेजेंगे और फिर जिला स्तर पर सारे पैसे को सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा। बिहार के प्रधानाध्यापक को मिली इस नयी जिम्मेदारी की मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
बताते चलें कि बिहार के प्रत्येक विद्यालय में मिड-डे मिल के लिए अनाज आता है। अनाज जिस बोरे में रख कर भेजा जाता है, उसे सरकारी स्कूल के हेडमास्टर को बेचने का टास्क मिलता रहा है। इसको लेकर एक शिक्षक के द्वारा बाजार में बोरा बेचते वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बाद काफी हलचल मच गया था। राज्य सरकार ने पहले कहा था कि मिड-डे मिल के खाली बोरे को 10 रुपये के हिसाब से बेचना है। लेकिन अब सरकार को लग रहा है कि बोरे की कीमत बढ़ गयी है। लिहाजा हेडमास्टर को 20 रुपये प्रति बोरा बेचने का निर्देश दिया गया है।