वाह रे भ्रष्टाचार! नगर परिषद आयुक्त ने ऐतिहासिक हवेली को तोड़ निर्माण करने की दी स्वीकृति: कमल कांत शर्मा
नगर परिषद के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी ऐतिहासिक हवेली, अब वहां बनेगा कमर्शियल कंपलेक्स: कमल कांत शर्मा
झुंझुनू (राजस्थान) सुरेश सैनी: नगर परिषद का कांग्रेस बोर्ड शहर के विकास कार्यों को छोड़ ऐतिहासिक हवेलियों को तोड़कर आवासीय क्षेत्र में कमर्शियल कंपलेक्स बनवाने की होड़ में लगा हुआ है। नगर परिषद प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता कमल कांत शर्मा ने बताया कि शहर के शहीदान चौक स्थित भारतवर्ष में मशहूर छ हवेली जोकि शहर के लेआउट नक्शे में ऐतिहासिक व पुरातत्व में अंकित है। नगर परिषद की मिलीभगत से उसमें से तीन हवेलियां भू माफियाओं के द्वारा जमींदोज कर दी गई। जहां एक और नगर परिषद को ऐतिहासिक हवेलियों को तोड़ने की एवज में अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा कर कार्यवाही करने की बजाय उन्हें निर्माण करने की स्वीकृति तक प्रदान की जा रही है।
शर्मा ने बताया कि भ्रष्टाचार की चरम सीमा को भी नगर परिषद के द्वारा लांघा जा रहा है। शहर की अल मशहूर ऐतिहासिक हवेलियों जिन को देखने के लिए पर्यटक व सैलानी झुंझुनू की ओर रुख करते थे, उन हवेलियों को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति हेतु नगर परिषद ने भू माफियाओं के साथ मिलीभगत कर नष्ट करवा दिया। भाजपा नेता कमल कांत शर्मा ने बताया कि नगर परिषद आयुक्त दलिप पूनिया, अतिक्रमण अधिकारी राहुल भाटिया सहित जिला कलेक्टर तथा अपर जिला कलेक्टर को भी इस संदर्भ में बार-बार शिकायत दर्ज करवाने के बावजूद भी भू माफियाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही जिला प्रशासन व नगर परिषद प्रशासन के द्वारा नहीं की गई। दिनदहाड़े जेसीबी सहित आधुनिक उपक्रम मशीनरी का उपयोग कर विशाल ऐतिहासिक हवेलियों को खुर्द खुर्द करने का कार्य भू माफियाओं द्वारा बेखौफ होकर किया गया है तो नगर परिषद व जिला प्रशासन आंखें मूंदे बैठा रहा। शर्मा ने बताया कि नगर परिषद द्वारा आवासीय स्वीकृति प्रदान करने से पूर्व नगर परिषद अधिकारियों के द्वारा मौके की जांच की गई और वहां पर खड़ी विशाल ऐतिहासिक हवेली को तोड़ने की अनुमति प्रदान कर दी इससे बड़ा भ्रष्टाचार नहीं हो सकता।
शर्मा ने कहा कि वे दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाकर रिट दायर करेंगे। शर्मा ने बताया कि जहां शहर में आमजन मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। सब्जी मंडी, कपड़ा बाजार, फुटला बाजार, सफेदी माता मंदिर, मोडा पहाड़ सहित विभिन्न स्थानों पर सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। आए दिन दुपहिया वाहन चालक हादसों के शिकार हो रहे हैं, लेकिन उस और नगर परिषद का ध्यान नहीं जा रहा है। जगह-जगह नालियां गंदगी से अटी हुई है। गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। आमजन का रास्तों पर निकलना दूभर हो रहा है। जगह-जगह शहर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं, लेकिन उचित सफाई व्यवस्था के लिए नगर परिषद के पास ना समय है ना उनका ध्यान है। पूरा शहर गंदा पानी पीने के लिए मजबूर है। घरों में पीने के पानी में कीड़े व गंदगी आ रही है। संपन्न व्यक्ति फिल्टर वाटर मंगवा कर पी रहा है, लेकिन गरीब व मध्यमवर्गीय व्यक्ति उसी गंदगी को छानकर पीने व नहाने के लिए मजबूर है। लेकिन इस और नगर परिषद व जिला प्रशासन का कतई ध्यान नहीं जा रहा है। दूसरी ओर भ्रष्टाचार से ओतप्रोत धन बटोरने की प्रक्रिया में लगे नगर परिषद के आला अधिकारी व नेता गण भू माफियाओं से मिलीभगत कर शहर की अल मशहूर ऐतिहासिक हवेलियों को तोड़कर वहां पर कमर्शियल कंपलेक्स निर्माण की अनुमतियां बांटने का कार्य कर रहा है।