छपरा में शराब के तस्करी का अनोखा तरीका!
स्कैनर से बचने के लिए जूता का शोल और हेलमेट के बीच बना था तहखाना!
5 घंटे के कड़ी मेहनत के बाद निकला 20 लाख का शराब!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंहः छपरा में मांझी चेक पोस्ट से उत्पाद विभाग को एक बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल शराब तस्करों के द्वारा एक अनूठा दिमाग लगा शराब का तस्करी किया जा रहा था, जिसे पुलिस ने मंगलवार को धर दबोचा है। एक ट्रक पर हेलमेट और जूतों के शोल के बीच बने विशेष तरह के तहखाना में शराब की तस्करी की जा रही थी। इसके साथ एक तस्कर भी गिरफ्तार किया गया है, जो हरियाणा के रोहतक जिला अंतर्गत कताब गांव का रहनेवाला जय भगवान राम नाम बताया है। फ़िलहाल पुलिस उसके पूछताछ कर रही है, जिससे पूरे नेटवर्क का खुलासा होने का आसार जताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कैण्टेनर से 135 कार्टून शराब जप्त किये गए है, जिसका बाजार मूल्य 20 लाख रुपये के आसपास का बताया जा रहा है। शराब हरियाणा के रोहतक से बिहार के मुजफ्फपुर जाना था।
स्कैनर से बचने के लिए हेलमेट और जूतों के शोल के बीच बना था तहखाना!
शराब तस्कर अनोखा अनोखा तरीका अपना शराब के तस्करी को अंजाम देने के फिराक में जुटे हुए है। पकड़े गए शराब के कैण्टेनर में हेलमेट और जूतों के शोल के बीच विशेष तरह का तहखाना बना हुआ था, जिसमे शराब छिपाकर रखा गया था। इंजन और बॉडी के बीच विशेष तरह का शटर भी लगा हुआ है, जिसके सहारे शराब की लोडिंग और अनलोडिंग किया जाता था। अभो इतना ही नही शातिर उस्तादों ने बिहार सरकार के उत्पाद विभाग द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैंड हेल्ड स्कैनर से बचने के लिए शराब के कार्टूनों के बीच जूता का शोल लगाया था, जिससे शराब स्केनर के पकड़ में नहीं आ सके। हालांकि हाई डेनसिटी वाला स्कैनर मशीन ने शराब के कंटेनर के बीच बने विशेषता तहखाने से भी अवैध शराब को ढूंढ कर निकाल ही दिया।
प्रत्येक बॉर्डर पर गाड़ी का बदला जाता था नंबर प्लेट, तीन नंबर प्लेट बरामद!
शराब तस्कर पुलिस से बचने के लिए अनोखा तरतीब अपना रहे हैं। जी चौकिये मत! पकड़े गए कैण्टेनर से तीन अलग-अलग नंबर का नंबर प्लेट भी बरामद हुआ है, जो पुलिस से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। पकड़े गए तस्कर ने बताया कि प्रत्येक बॉर्डर को क्रॉस करने के बाद गाड़ी के नंबर प्लेट को बदल दिया जाता है, जिससे पुलिस को गाड़ी की भनक नहीं लग सके। साथ ही ट्रैफिक विभाग को भ्रमित करने के लिए भी अलग अलग नम्बर प्लेट इस्तेमाल किया जाता है।
5 घंटे के मेहनत के बाद बॉडी काट निकाला गया 20 लाख का शराब!
पकड़े गए कंटेनर से शराब निकालने में उत्पाद विभाग के कर्मियों को खासा मेहनत करना पड़ा। 5 घंटे की मेहनत के बाद कैण्टेनर के बॉडी में बने विशेष तहखाना को काट शराब को निकाला गया। इस दौरान शराब के अनोखे तरीके को देखने के लिए लोगो की भीड़ भी जुटी रही। 135 कार्टन कार्टुन में विदेशी मैक डोवेल व्हिस्की शराब पकड़ा गया है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 20 लाख रुपये है।