पूर्व मुखिया हरेंद्र यादव का डूमाईगढ़ में हुआ अंतिम संस्कार!
घटना के बाद गांव में कैम्प कर रही हैं पुलिस!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: मुबारकपुर पंचायत के पूर्व मुखियापति हरेन्द्र यादव के हत्या की घटना के बाद जिले के कई थानों की पुलिस के अलावा जिला मुख्यालय से बुलाई गई अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की गयी हैं। बता दें कि मुबारकपुर में फरवरी माह में घटी घटना के बाद जिला प्रशासन फुक -फुक कर कदम रख रही हैं, ताकि किसी भी तरह घटना की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
छोटे बेटे के इंतजार में 15 घण्टे तक रुका रहा शव।
मृतक के छोटे बेटे नीतीश कुमार के नोएडा से आने तक शव घर पर ही पड़ा रहा। दोपहर दो बजे के बाद उसके पहुंचने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ड्यूमाइगढ़ घाट ले जाया गया। शवयात्रा में ग्रामीणों के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान सुरक्षा की दृष्टि से लगाये गए थे।
नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद उठा शव!
एक सप्ताह के भीतर नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद रविवार को दिन के दो बजे मुबारकपुर पंचायत के मुखियापति हरेन्द्र यादव का शव उठाने पर परिजन राजी हुए तथा देर शाम स्थानीय ड्यूमाइगढ़ घाट पर कड़ी सुरक्षा के बीच शव का दाह संस्कार सम्पन्न हुआ। इससे पहले माँझी तथा एकमा के विधायक द्वय क्रमशः डॉ सत्येन्द्र यादव तथा श्रीकांत यादव के नेतृत्व में लोगों ने घटनास्थल पर सारण के डीएम व एसपी को बुलाने की मांग की। हालाँकि पदाधिकारी द्वय के छपरा में उपलब्ध नही होने की प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई। जिससे लोग आक्रोशित हो गए तथा सड़क जाम की धमकी देने लगे हालाँकि विधायकों के समझाए बुझाए जाने के बाद लोग शांत हो गए। मौके पर मौजूद पूर्व मुखिया राजदेव यादव ने फरवरी में हुई घटना में प्रशासन द्वारा मुखिया आरती देवी का नाम शामिल किए जाने पर कड़ा एतराज जताया।
शोक संवेदना जताने पहुँचें नेता व विधायक!
मुबारकपुर पंचायत के पूर्व मुखियापति हरेन्द्र यादव के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना जताने उनके गांव मैनपुरवा पहुँचे विधायकों व नेताओं ने पत्रकारों पर भी जमकर भड़ास निकाली। माँझी के विधायक डॉ सत्येन्द्र यादव ने कहा कि फरवरी माह में घटी मुबारकपुर की घटना के दौरान आये दिन दर्जनों पत्रकारों का हुजूम लगा रहता था जबकि हरेन्द्र यादव के मामले में कोई भी पत्रकार कवरेज के लिए घटना स्थल पर दिखाई नही दिया। तथा मुखियापति हत्याकांड को पत्रकारों ने गम्भीरता पूर्वक नही उठाया। उन्होंने पत्रकारों पर एक जाति विशेष का समर्थक होने का आरोप लगाते हुए पत्रकारों को पीत पत्रकारिता से परहेज करने का सुझाव दिया। माँझी के मैनपुरवा पहुँचे विधायक द्वय ने वर्तमान मुखियापति विजय यादव के मामले में पुलिस प्रशासन पर भेदभाव करने तथा एक पक्ष की मदद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन पिछली गलती सुधारकर मामले का अनुसंधान करे अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तारी अथवा कुर्की जब्ती की कार्रवाई करके प्रशासन अपने निष्पक्ष होने का सबूत प्रस्तुत करें। अन्यथा एक सप्ताह बाद लोगों का जनाक्रोश आंदोलन झेलने को तैयार हो जाय। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण व पुलिस पदाधिकारी आदि भी मौजूद थे।