ग्रीष्मकालीन बाल सुसंस्कार शिविर का आनलाइन आयोजन 21 मई से!
बच्चों में सुसंस्कारों को विकसित करने के उद्देश्य से आनन्द मार्ग के आदर्शों पर आधारित 'नैतिकवान बनने का सफर' फोरम की ओर से सात दिवसीय "ग्रीष्मकालीन बाल सुसंस्कार शिविर" का आयोजन आनलाइन ज़ूम ऐप्प पर दिनांक 21मई से 28 मई तक किया जा रहा है। इस शिविर के अन्तर्गत योगशिक्षा (मेडिटेशन, योगासन, कोशिकी, ताण्डव आदि), यम और नियम की शिक्षा, वक्तृत्व कला, मूल्यबोधक कहानी सृजन कला, आचरण के व्यावहारिक पहलू का महत्व, आधुनिकता और आध्यात्मिक अनुशीलन का जीवन में सुसामञ्जस्य की शिक्षा आदि विषय शामिल हैं।
इस शिविर में अनुभवी प्रशिक्षक बालसुलभ मनोविज्ञान के अनुकूल शिक्षा प्रदान करेंगे। शिविर का संयोजन अंतरराष्ट्रीय योग शिक्षिका व्यंजना आनन्द (मिथ्या), एल एफ टी करेंगी तथा पूरे भारतवर्ष से बच्चे इसमें भाग लेंगे जिसका रिजिष्ट्रेशन आनलाइन बिल्कुल फ्री किया जायेगा।
इस बात की जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय योग शिक्षिका व्यंजना आनन्द ने बताया कि आज आधुनिकता का कुप्रभाव बच्चों के ऊपर इतना अधिक पड़ता जा रहा है कि उनमें सुसंस्कारों का नितान्त अभाव दिखता है। मां-बाप के सामने एक ओर बच्चों की परवरिश तथा अच्छी एकादमी शिक्षा की चिन्ता रहती है तो दूसरी ओर बच्चे आधुनिकता की अन्धी दौड़ में मानव जीवन की गरिमा खोते जा रहे हैं। मां-बाप और बुजुर्गों के अनुभवों और मार्गदर्शन की अवहेलना करना उनकी नियति बन गयी है।