मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी के बिहार सुप्रीमो डॉ शैलेश कुमार गिरी की हुई ताजपोशी! बिहार के विकास का किया वादा!
/// जगत दर्शन न्यूज़
नोएडा/दिल्ली: मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष शैलेश कुमार गिरि को गुरुवार को नोएडा में देर शाम राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रमुख राष्ट्रीय पदाधिकारीयों द्वारा फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया और सर पे ताज पहनाकर गर्मजोशी के साथ सम्मानित किया गया।
सबसे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ सभी सभी ने राष्ट्रीय संरक्षक को फूल माला से स्वागत स्वागत किया, तत्पश्चात राष्ट्रीय संरक्षक सुशील जी महाराज ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश गिरि, राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव एस०बी० गोस्वामी, राष्ट्रीय महासचिव अरविंद गिरि, राष्ट्रीय सचिव सोहन शर्मा इत्यादि सभी का गर्मजोशी के साथ स्वागत व सम्मानित किया। फिर मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मिलकर सभी ने बिहार प्रदेश अध्यक्ष डा० शैलेश कुमार गिरि को नियुक्ति पत्र की हार्ड कॉपी देकर फूल माला व सर पे ताज पहनाते हुए गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
वही ताजपोशी के पश्चात बिहार प्रदेश अध्यक्ष शैलेश कुमार गिरि ने बिहार के किसानों मजदूरों और शिक्षित बेरोजगार युवाओं के प्रति गहरा और गम्भीर चिंता व्यक्त किया। श्री शैलेश कुमार गिरि ने बिना नाम लिए ही सबकुछ कहते हुए शंखनाद कर डाला और कहा कि एक नेता के द्वारा ठगे और धोखा खाए नेताओं की फेहरिस्त बहुत लंबी है जो जार्ज फर्नांडीस, शरद, नागमणि, उपेन्द्र कुशवाहा, लालू यादव व बीजेपी के नेताओं ने अपने स्वार्थ में इन्हें पल्टू नाम की संज्ञा से अलंकृत किया गया। लेकिन, हम नहीं, लोग इन्हें पलटू पलटू कहते है। आप सभी जरा डिक्शनरी में इन शब्दों का अर्थ एक बार जरूर देखेंगे। साथ ही सभी को सचेत करते हुए मैं कहता हूं कि ये दिल्ली चले हैं। माठ्ठा घोंटाए ना आ पिठ्ठा ढकेल। और अब आज ये पिठ्ठा ढकेल निकलने ही वाले है।
मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी के बिहार सुप्रीमों शैलेश कुमार गिरि कहा कि जैसा कि मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी से भी स्पष्ट ह़ो रहा है कि बिहार में किसान गरीब थे और आज भी है। इनका उत्थान आज तक किसी ने नही किया। आज शिक्षित युवा बेरोजगार होकर मजबूर है मजदूरी करने को। क्या है यही है हमारा बिहार!? जबकि किसान अन्नदाता जो दूसरों का पेट भरता है, फिर भी दुसरो के पेट भर कर खुद भूखे सो जाता है। मजदूर जो पूरे देश में परिश्रम कर राष्ट्र निर्माण का कार्य करता है, लेकिन अपना निर्माण शायद ही कर पाता है। शिक्षित बेरोजगार युवा अपनी लगभग आधी उम्र रोजगार पाने के लिए और शिक्षित होने में ही गुजार देता है। तब भी सरकार की गलत नीतियों के कारण बेरोजगार ही रह जाता है। आखिर ये कैसी विडम्बना है? यदि जनता चाही तो हम इनके उत्थान के लिए योजनाओं को लाएंगे। इस गरीब बिहार को समृद्ध बनाएंगे।
एमजीपीसी इन ज्वलंत मुद्दों पर गहन अध्ययन करेगी कि इसमें कैसे परिवर्तन लाया जा सकता है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयप्रकाश गिरि ने सम्बोधन के शुरू में कहा कि मैने इस शैलेश कुमार गिरि रुपी हीरा को बिहार प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एमजीपीपी का बिहार सुप्रीमों बनाया और आज हमारी पार्टी शैलेश कुमार गिरि को फूल माला और सर पे ताज पहना कर डा० शैलेश कुमार गिरि का अभिनंदन चंदन वंदन कर सम्मानित करती है और बिहार की डोर इनके हाथों में सौंप दिया। मैं जानता हूं कि ये किसी को परिचय के मोहताज नही है और ये हर हाल में बिहार की दशा और दिशा में परिवर्तन लाकर हमारे पार्टी के नाम के अनुरूप "मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी" के सपनों को साकार करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सुस्पष्ट किया कि मेरे पार्टी का नाम "मिशन गरीब परिवर्तन पार्टी" है जिसे चुनाव आयोग ने 1- मार्च - 2023 को पंजीकृत किया, लेकिन पार्टी पंजीकरण के डाक्यूमेंट्स मुझे 6- मार्च के शाम में मिले तो मुझे आज तक 1 महीने 4 दिन हुए और एक सप्ताह पार्टी विस्तार कैसे किया जाय ये सोचने समझने में ही चला गया और अबे मैं आप सभी को बता दूं कि मात्र 27 दिन में ही मैं अभी तक तो हर दूसरे दिन एक व्यक्ति को पार्टी से जोड़ते हुए संख्या पार्टी में 12 सक्रिय और समर्पित पदाधिकारी जुड़ चुके हैं जो काम बहुत ही कम समय में किया है और ये सिलसिला ऐसे ही अनवरत चलते रहेगा।
इस कार्यक्रम में मुखयतः संरक्षक गोस्वामी सुशील जी महाराज, संरक्षक- आचार्य राम प्रवेश पुरी प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव (पूर्व कमीश्नर) एस बी गोस्वामी, राष्ट्रीय महासचिव अरविन्द कुमार गिरि, राष्ट्रीएय सचिव - सोहन शर्मा, दिलीप गोस्वामी - प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश, श्रवण कुमार गिरि, सचिन यादव, ओमेश माथुर और दर्जन भर स्थानीय महिला शक्ति सहित दर्जनों पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बताते चलें कि बिहार सुप्रीमो डॉ शैलेश कुमार गिरी बिहार के छपरा जिले के जलालपुर प्रखण्ड क्षेत्र के किशुनपुर पंचायत के मानपुर गाँव के निवासी है। इन्होंने अनेक छात्र आंदोलन व किसान आंदोलनों में सक्रिय रूप से नेतृत्व किया है, जिसके बदौलत वे अपनी पहचान रास्ट्रीय स्तर पर बना चुके है।