संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने कर डाला जनगणना कार्य का बहिष्कार!
शिक्षकों ने शिक्षक नियमावली को वापस लेने या सुधार करने का दिया अल्टीमेटम!
पटना (बिहार) बिहार राज्य के विभिन्न शिक्षकों के शिक्षक संगठनों की एक आपात कालीन सर्व संघीय राज्य स्तरीय बैठक शुक्रवार को वंशीधर ब्रजवासी के अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक का संचालन आनंद कौशल सिंह के द्वारा किया गया। सर्व संघीय राज्य स्तरीय बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष, सचिव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए। इस दौरान बिहार राज्य में विभिन्न शिक्षक संगठनों के विशेष बैठक में निम्न निर्णय लिए गए।
1. सभी शिक्षक संगठनों को एकत्रित कर संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार का गठन किया गया।
2. महा गठबंधन सरकार बिहार के वादाखिलाफी के विरोध में मोर्चा के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि 24 घंटे के अंदर कार्यरत नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा घोषित करें। अन्यथा की स्थिति में बिहार राज्य में चल रही जाति आधारित जनगणना का शिक्षक दिनांक 15 अप्रैल से पूर्णता बहिष्कार करेंगे।
3. संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के द्वारा निर्णय लिया गया कि बिहार सरकार के विश्वासघात के खिलाफ 15 अप्रैल को बिहार के सभी प्रखंड मुख्यालय को मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
4. संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार की आगामी बैठक 16 अप्रैल रविवार की होगी, जिसमें सरकार की नीतियों की विरुद्ध अगली रणनीति तैयार की जाएगी।
इस बैठक में मुख्यरूप से बंशीधर बृजवासी तथा आनंद कौशल सिंह के अलावे केशव कुमार, शिवेंद्र कुमार पाठक, नवल किशोर सिंह, अमित कुमार, शिवम कुमार, प्रमोद कुमार यादव, पिंटू कुमार सिंह, संजीत कुमार, राजू सिंह, संजीत भारती, यशवंत कुमार, शशि रंजन सुमन, अब्दुल बाकी अंसारी, कृष्ण प्रसाद यादव, मदन कुमार सिंह, विजयकांत, अनवर करीम, डॉक्टर सुदर्शन कुमार इत्यादि के साथ दर्जनों शिक्षक नेता मौजूद रहे।