सरकारी सेवा के प्रति विश्वास बढ़ाती शबनम!
रिपोर्ट: सुनीता सिंह 'सरोवर'
गढ़वा (झारखंड): आज कल एक तरफ जहां सरकारी सेवकों के प्रति आम जन में रोष व्याप्त रहता है वही दूसरी तरफ झारखण्ड राज्य के गढ़वा जिला के चैनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जीएनएम शबनम खातून अपनी लगनता और उत्प्रेरण की वजह से गरीब आम जनों के कम समय में काफी लोकप्रिय हो गई हैं। शबनम बताती हैं ," गरीब घरों में प्रसव के समय काफी उहापोह की स्थिति रहती है क्योंकि यदि प्रसव सामान्य न हो शल्यक्रिया के द्वारा हो और निजी अस्पताल में हो तो आर्थिक रूप से गरीबों का कमर तोड़ देती है। सामान्यतः निजी अस्पतालों में पैसा कमाने के लिए शल्य चिकित्सा पर जोर दिया जाता है, और गरीब आर्थिक रूप से विकलांग होकर पैसा दे भी रहे हैं। शबनम बताती हैं - एक गरीब घर में जन्म लेकर मैने इसी वजह से जीएनएम का कोर्स किया ताकि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से गरीब निराश न हो। मैं हर किसी से बोलती हूं की सरकारी अस्पताल में प्रसव सबसे सुरक्षित का कराया जाता है। शबनम अपने कार्य के प्रति कितनी जागरूक हैं इस से समझा जा सकता है की प्रतिदिन इनके द्वारा चार से पांच प्रसव करवाया जाता है। शबनम का नाम आज चैनपुर का घर घर जानता हैं। लोगों में इस प्रकार का रुझान अगर सभी कर्मी करने लगे तो सरकार के कार्य और योजनाओं के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ेगा।