रचना : निरेन कुमार सचदेवा
क्या दो दिलों में ऐसा अदभुत प्यार भी हो सकता है कि महबूब बिना कुछ सुने ही, महबूबा के जज़्बात समझ पाए, दिल के हालात समझ पाए।
जब महबूबा बिना कुछ कहे ही, सब कुछ समझा पाए और बात बन जाए। सोचो तो थोड़ा मुश्किल लगता है, लेकिन असम्भव नहीं, ऐसा तब होता है, जब दो दिल एक साथ धड़कने लगते हैं, एक साथ तड़पने लगते हैं! जब दो दिलों में एक ही वक़्त, तमन्नाओं और आरजुओं के सपने सजने लगते हैं, जब दो प्रेमी एक दूसरे को अपनों से ज़्यादा अच्छे लगने लगते हैं।
क्या चीज़ है ये प्यार, कोई करामात है, कोई करिश्मा है, कोई जादू है या कोई अजूबा है? शायद इस अहसास को कोई आजतक पूरी तरह से नहीं है जान पाया , लेकिन ये तो निश्चित है कि ये प्रेम है एक माया! और ये माया फिर बुनती है एक ऐसा जाल, कि प्रेमियों का कर देती है हाल बेहाल। जो एक बार इस मायाजाल में फँस गया, तो सोचो उसे उम्र क़ैद ही हो गयी, इस जाल से बाहर निकल पाना है नामुमकिन। फिर ये भी याद नहीं कि कब रात है और कब दिन!
हालात हो जाते हैं कुछ ऐसे कि फिर दिन में भी दिखने लगते हैं ख़्वाब। क्यूँ ऐसी बेज़ारी हो जाती है प्यार में, क्या आपके पास कोई जवाब है जनाब? अगर प्यार नाकामयाब होता है तो बहुत दर्द होता है, और ये क़ाबिले बर्दाश्त नहीं होता। ऐसा इन्सान भाँवरा सा हो जाता है, ना वो हँसता है ना रोता है, ना वो जागता है, ना सोता है।
यक़ीनन प्यार असीम ख़ुशी देता है, लेकिन अगर प्यार में मिले धोखा, तो फिर जो पीड़ा होती है, उसका आप नहीं लगा सकते अंदाज़ा।
प्यार अगर देता है मज़ा, तो प्यार में बेवफ़ाई बन जाती है एक सज़ा। इंसानों को समझ लेना चाहिए कि प्यार में ख़तरों से खेलना पड़ता है, सिर्फ़ हवस को प्यार कहना, ये है एक भूल। ऐसा सोच आप आँखों में झोंक रहे हो धूल। सच पूछो तो प्यार एक ऐसी इबादत है जो ईश्वर को भी कर देती है ख़ुश, शर्त ये है कि प्यार होना चाहिए पाक। झूठा प्यार है तो फिर ज़िंदगी बन जाती है ख़ाक!
Love ❤️, the most enigmatic emotion Lord has created !