"दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय" में हुआ साक्षात्कार अतिथि आदरणीय भारत भूषण नानकदास जी महंत का!
होस्ट किशोर जैन के साथ!
रिपोर्ट: सुनीता सिंह सरोवर
/// जगत दर्शन न्यूज़
पावन धरती हिंद की, जन्म लिए भगवान।संत समागम से सदा, मिलता सबको ज्ञान।।
संत सम्राट सदगुरु कबीर साहब अखिलेश भारतीय कबीर पंथ शिरोमणी गुरुद्वारा किसी के परंपरा में संत महंत डॉं. नानक दास जी महाराज बीजकपाठी का जन्म राजस्थान प्रांत के नागौर जिले के जायल तहसील के धीजपूरा गाँव में एक साधारण परिवार में हुआ।
बचपन से ही आप परमहंस ब्रहनिष्ठ तत्दर्शी परम सिद्ध महंत श्री देवीदास महाराज जी का सानिध्य मिला। आपने जैन विश्व भारती से स्नाकोत्तर उपाधि प्राप्त की तथा आई. टी.आई. पालिटेक्निक, पत्रकारिता में डिप्लोमा किया। आपको दो बार डाक्टरेट उपाधि सहित भारत भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। आपके अच्छे कार्य सामर्थ्य की छवि ने आपको राजनीतिक सहयोगी के रूप में ईमानदार साफ, छवि, नशा मुक्त और चरित्रवान, सभ्य पूर्व केंद्रीय मंत्री मा. श्री सी.आर चौधरी साहब ने स्नेह से राजनैतिक दायित्व सौंपा गया, और आप केंद्रीय टी. बोर्ड इब इंडिया के सदस्य पद पर आसीन हुए 2019-2022 तक।
सदगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान की स्थापना के साथ- साथ, प्रकृति एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए " वन्य जीव ग्रामीण विकास के लिए भी ठोस व सार्थक कदम उठाया, जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय संत कबीर सरोवर का निर्माण के लिए विशेष प्रयास कर खुदाई के कार्य का शुभारंभ करवाया।
आपने अपने अभी तक के जीवन काल में निस्वार्थ भाव से सदा ही जन जन के सेवा के लिए एक संत समाज सेवी के रूप में हास्पिटल में भी कार्य किया, और यही नहीं भारत को विश्व गुरु के रूप में देखना चाहते हैं, जिसके लिए आप निरंतर जन समुदायों को जाति, धर्म, संप्रदाय, पंथ वाद से ऊपर उठकर कार्य करने की प्रेरणा देते हैं और सदगुरु कबीर साहेब के पथ पर चलते हुए विश्व में शांति के अग्रदूत बन सौहार्द स्थापित करना चाहते हैं।
अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन जी ने अपने अतिथि को धन्यवाद दिया। इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या', और अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मंजिरी निधि 'गुल'जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया तथा बताया की इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम देख सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है।
पूरे दिव्यालय परिवार की तरफ से उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप के हौसलें को कोटि- कोटि नमन है।