"दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय" में हुआ साक्षात्कार लेफ्टिनेंट कर्नल रीना" झा "' का होस्ट किशोर जैन" के साथ
रिपोर्ट: सुनीता सिंह सरोवर
/// जगत दर्शन न्यूज
"सिंह का जिगर इरादे फौलादी होने चाहिए। ये हमारे सरहदों के प्रहरी हमारे देश के रक्षक भारत के वीर जो विषम परिस्थितियों में भी कभी डिगते नहीं, कभी पीछे नहीं हटते, फिर चाहे जान ही क्यों न देनी पड़े!"
लेफ्टिनेंट कर्नल रीना झा, आप बिहार की बेटी हैं, और इतिहास भी साक्षी है। बिहारियों के बलिदान के लिए, आपके पिताश्री हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स डिपार्टमेंट में थे। आपकी शिक्षा- दीक्षा भी लखनऊ से हुई। विद्यार्थी जीवन में आपने एन सी. सी भी ज्वाइन किया।
बचपन में उडान नामक सिरियल से प्रेरणा मिली। एल. एल. बी ओनर्स अध्ययनरत थी तभी आपने आर्मी में अप्लाई किया और आप एक - एक करके सारी स्टेज क्वालीफायी करती गयी। आप पहली महिला आर्मस एम्युनिशन , आर्टीलरी लाजिस्टिक डिपार्टमेंट की कमिशनड आफिसर बनी, जहाँ एक सुई से लेकर हेलिकॉप्टर तक की डिलींग होती है।
होस्ट किशोर जैन जी के सवालों का बखूबी जबाब देते हुए आपने बताया कि, आपके पति भी आर्मी आफिसर हैं। एक सैनिक का जीवन रोमांच व खतरों से भरा होता बहुत ही अनुशासित जीवन होता है, और हर हाल में सबसे पहले देश और देश का मान, कभी भी कठिन हालात में सैना ही मोर्चा संभालती है। जहाँ तक महिला और पुरुष के भेद - भाव की बात को रीना जी ने नकारते हुए कहा की जब हम वर्दी धारण कर देश रक्षा की शपथ लेते हैं तो हम केवल और केवल एक सैनिक होतें हैं।
इसके साथ ही आपको रैली का भी शौक है, क्योंकि इसमें गाड़ी के साथ- साथ ही दिमाग को भी तेजी से कार्य करना पड़ता है। एक सैनिक सदा ही तत्पर रहता है हर परिस्थितियों से जुझने के लिए, इसके साथ ही रक्तदान, अंगदान में भी सैनिकों की अहम भूमिका होती है।
आपने अपने आखिरी संदेश में सभी लिस्नर्स को प्रेरित करते हुए कहा की, जरूरी नहीं है की हम वर्दी पहन कर ही देश धर्म कि पालन करें। हम जहाँ जिस भी फील्ड में हैं। हमें ईमानदारी से अपना कार्य करते हुए देश के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं, फिर चाहे हम शिक्षक, डाॅक्टर, गृहणी ही क्यों न हो।
और अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन जी ने अपने अतिथियों को धन्यवाद दिया इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए। दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या ', और अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मंजरी निधि 'गुल'जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया तथा बताया की इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम देख सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है।
पूरे दिव्यालय परिवार की तरफ से उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप के हौसलें को कोटि- कोटि नमन है।