हिंदी महिला समिति नागपुर ने उत्साह पूर्वक मनाया बसंतोत्सव व गणतंत्रोत्सव!
नागपुर (महाराष्ट्र): नागपुर महाराष्ट्र शहर की अग्रणी, प्रतिष्ठित संस्था हिंदी महिला समिति ने आनलाइन बसंतोत्सव गणतंत्रोत्सव के अनोखे संगम को ले बसंतगीत, देशभक्ति के गीत, नृत्य, कविताओं व दोहों के साथ बहुत ही खूबसूरत आकर्षक रूप में मनाया। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलित कर व आरती का थाल सजा कर कविता परिहार के शंख नाद और सरोज गर्ग की सुमधुर सरस्वती वंदना से किया गया। तत्पश्चात अध्यक्षा रति चौबे ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का दिन भारत के लिए अनोखा अविस्मरणीय रहेगा। बसंतपंचमी को ही मां सरस्वती का अवतरण दिवस है। जब ब्रह्मा द्वारा रचित मूक सृष्टि को मां सरस्वती ने "वाणी" प्रदान की, अपनी वीणा को भंकृत कर प्रकृति खिली और पक्षी, मनुष्य उस दिन गतिशील हो बोलने लगे। "रति-काम" की उत्पत्ति हुई। यह धर्म, ज्ञान, संस्कृति व प्रेम का अनोखा संगम बसंतोत्सव है।वहीं आज 26 जनवरी 50को भारत पूर्ण स्वराज की प्राप्ति कर अपनी सालों की मौनता, पराधीनता से मुक्त हुआ था। बस यही आज अनोखा मेल हुआ। कर्नाटक गुलबर्गा से भगवती पंत ने सुंदर भावपूर्ण बसंतगीत गाया वीणा की झंकार के साथ गीता शर्मा मोना पुरोहित ने बसंत व देशभक्ति गीतों पे नृत्य किए।
मंजू पंत नोएडा से जुड़ी तबले की थाप वह गीत के साथ तो फिर ममता शर्मा जयपुर राजस्थान से आई एक बासंती गीत नृत्य के साथ माहौल भावविभोर हो गया। प्रभा मेहता, रेखा पांडेय, देविका रायपुरे व शीला भार्गव की बासंती गीत कविताएं मंत्रमुग्ध कर गई,रेखा तिवारी के राजस्थानी बंसतगीत व किरण हटवार के गीत ने तो सबको गुनगुनाने को मजबूर किया,धारणा अवस्थी जब अपने दोहों के साथ आई तो मज़ा आगया। छाया श्रीवास्तव ने रंग जमाया। कृष्णा श्रीवास्तव ने आजादी के अपने संस्मरण सुना कविता प्रस्तुत की। कविता परिहार ने मां शारदे गीत गाया और उमा हरगन का मधुर गीत हुआ। रश्मि मिश्रा का नृत्य देशभक्ति गीत पे रहा रश्मि मिश्रा का संचालन बहुत लाजवाब गुदगुदाता हुआ, हंसाते, काव्यात्मक रुप से रहा। सरोज गर्ग के बसंंत गीत के साथ ही कविता परिहार का आभार प्रदर्शन बहुत प्रभावी व सुखद रहा।इस अवसर पर डा चित्रा तूर, ममता शर्मा, ममता विश्वकर्मा तथा अन्य उपस्थित रहे।