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"दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय" में हुआ साक्षात्कार - नीरा बथवाल एवं नीना मोटवानी
होस्ट: किशोर जैन (यू.के)
रिपोर्ट: सुनीता सिंह सरोवर
आया है सो जायगा, यही जगत की रीत।
परहित सेवा काज से, जीतो दुनिया मीत।।
ऑनलाइन (यूट्यूब): मानव जीवन जिसमें कई लोग दूसरों कई जिंदगी से प्रभावित होते हैं तो कई दूसरों की जिंदगी को प्रभावित कर जाते हैंl ये लोग समाज के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा रखते हैं और कामयाबी के रास्ते पर अपने पद चिन्ह छोड़ते चले जाते हैं। इनका कहना होता है कि यदि मन से कोई काम करना हो तो तन और धन अपने आप चला आता है।
किशोर जैन जी ने आज के दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय कुछ बातें कुछ यादें नई पुरानी की श्रृंखला में नीरा बथवाल जी जो कि मारवाड़ी समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं एवं नीना मोटानी जी जो मारवाड़ी समाज की बिहार प्रान्त की प्रान्तीय अध्यक्ष हैं का स्वागत किया।
इसी कड़ी में हमारी आज की अतिथि नीरा एवं नीना जी ने बताया कि वे लोग यानि मारवाड़ी समाज की महिलाएं अपनी छोटी - छोटी बचत और भगवान जी के कपड़ो से गरीब कन्याओं के लिए शादी के लिए लहंगा ब्लाऊॅं दुपट्टा आदि की व्यवस्था कर गरीब कन्या का उद्धार करती हैं। आज के साक्षात्कार में यह जान कर सभी लिस्नर को अत्यंत हर्ष हुआ कि आप लोग किन्नर समाज को भी मुख्य धारा से जोड़ने का अथक प्रयास कर रही हैं। जैसे उन्हें भी भजन गाने, मेंहदी रचाने आदि जैसे कार्यो से जोड़ कर सीखा कर उन्हें भी जिविकोपार्जन व सम्मान से जीने की राह दिखायी जा रही है। यही नहीं आप लोगो ने वनवासी समाज के लिए भी कई योजनाओं को शुरू किया है। अंग्रेजों के जमाने से कान्वेंट सिलाई स्कूल की अच्छाई को ध्यान में रखते हुए हमारे आदिवासी बहनों को भी भरवा कढ़ाई द्वारा चादरें, दुपट्टे, साड़ियों पर कढ़ाई का कार्य दे कर हथकरघा उद्योग से वन वासियों के लिए भी रोजगार मुहैया करवाने का कार्य किया जा रहा है।
यू.के. से होस्ट किशोर जैन के सवालों का जबाब देते हुए आपने बताया कि कभी भी विपरीत परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोना चाहिए। आप किसी भी कार्य को करें तो पूरी लगन व निष्ठा से करें और सबसे पहले घर परिवार को वक्त देने के बाद ही आप समाज के लिए समय निकाले। तभी आप बेहतर तरीके से कार्य कर पाएंगे। सबसे बड़ी बात एक औरत माँ, पत्नी, बहू जैसे रिश्ते में बॅंधी होती है। इन सब जिम्मेदारियों को बखूबी निभाकर, अपने घर के बुजुर्गों की सेवा करने के पश्चात ही आप बेहतर तरीके से समाज को समय दे सकती हैं, क्योंकि कहावत है 'एक सफल पुरूष के पीछे एक महिला का हाथ होता है' ठीक उसी तरह एक सफल महिला के सर पर भी एक पुरुष का हाथ होता है। हम अपने परिवार, पति, बच्चों के सहयोग के बिना सफल समाज सेविका नहीं बन सकते।
और अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन जी ने अपने अतिथियों को धन्यवाद दिया। इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या ' और अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मंजरी निधि 'गुल' जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए तथा बताया कि इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम देख सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है।
पूरे दिव्यालय परिवार की तरफ से उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि हम जब बेटे को पढ़ाते हैं तो केवल एक व्यक्ति को पढ़ाते हैं, लेकिन जब हम एक लड़की / बेटी / बहन को पढ़ाते हैं तो हम एक परिवार या समाज को शिक्षित करते हैं। जैसा कि आज हमारी बहन नीता बथवाल एंव नीना मोहानी जी एक मजबूत इरादे के साथ समाज सेवा, किन्नर उत्थान, और वन वासियों के लिए दिन रात कार्य कर रही हैं। आप दोनों के इस नेक कार्य और हौसलें को कोटि- कोटि नमन है।