जगत दर्शन न्यूज़
रेल यात्री परेशान, फिर भी चल रहा सौंदर्यीकरण अभियान
एकमा (बिहार) संवाददाता चंद्रशेखर यादव: छपरा और सिवान के मध्य अवस्थित पूर्वोत्तर रेलवे के एकमा स्टेशन पर आजकल सौंदर्यीकरण अभियान चल रहा है, लेकिन कुछ पैसेंजर गाड़ियों के पहले की तरह परिचालन नहीं होने, कुछ गाड़ियों का ठहराव फिर से बहाल नहीं होने, लम्बी दूरी की कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टाँपेज उठा देने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जैसे अवध आसाम एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस इनमें शामिल हैं। आँफिस में काम करनेवाले, कोर्ट - कचहरी जानेवाले अधिवक्तागण व केस आदि मामले से सरोकार रखनेवाले लोग इन्टरसिटी गाड़ी से समय पर कोर्ट - कचहरी पहुंचते थे, लेकिन पिछले एक साल से इसका परिचालन बंद है। दैनिक यात्री परेशान हैं।अधिक भाडा़ देकर सड़क मार्ग से सफर करने पर मजबूर हैं। भाड़ा की यह विसंगति है कि एकमा से दाऊदपुर का रेल भाड़ा 30 रूपये है और एकमा से छपरा का रेल भाड़ा भी 30 ही रूपये है। एकमा से चैनवा का भाड़ा 30 रूपये है और एकमा से सिवान का भाड़ा भी 30 रूपये ही है।
रेल यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की बात करें, तो असुविधाओं की लम्बी लिस्ट है, जिसमें शौचालय, शेड एवं वैटिंग रूम का प्लेट पर न होना प्रमुख हैं।
गाड़ियों का परिचालन फिर से बहाल करने, गाड़ियों का ठहराव पहले की तरह बहाल करने एवं एक्सप्रेस गाड़ियों का स्टाँपेज फिर से बहाल करने के लिए एकमा के स्थानीय विधायक श्रीकांत यादव तथा महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने अपने अपने स्तर से पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को लिखित ज्ञापन दिये, लेकिन उनका ज्ञापन बेकार ही साबित हुआ है।
मजेदार तथ्य तो यह है कि एकमा स्टेशन पर रेल यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है, फिर भी सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन लाखों रूपये बहाते जा रहे हैं। पुराने मकान छोड़ दिये गये हैं, स्टेशन का पार्क तोड़ फोड़ कर समतल कर दिया जा रहा है, लेकिन अति आवश्यक शौचालय पिछले छह माह से निर्माणाधीन ही है।