पुरानी पैंशन बहाली की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों ने किया कैन्डिल मार्च
सिरोही (राजस्थान) संवाददाता रणजीत जीनगर: पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन राजस्थान के तत्वावधान में विभिन्न संगठनों ने मिलकर अहिंसा सर्किल सिरोही पर कैंडल मार्च कर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। संयोजक जीवतदान चारण अध्यक्ष नर्सेज संघ सिरोही के अनुसार जिले से दर्जनों अधिकारी कर्मचारियों ने आंदोलन में सहयोग किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये वरिष्ठ कर्मचारी नेता राव गोपाल सिंह ने कहा कि भारत देश एक है यहाँ दोहरी नीति, दोहरा आचरण, दोहरा व्यवहार नहीं चलेगा। भारत देश एक है, यहाँ संविधान एक है, झण्डा एक है, राष्ट्रगान एक है, राष्ट्रगीत एक है तो पैंशन व्यवस्था भी एक ही हो। एक देश में दो पैंशन नीति सरासर अन्याय है। कर्मचारियों के दो प्रकार की पैंशन नीति पुरानी व नई जबकि विधायक, सांसदों के एक ही पुरानी पैंशन नीति हैं। कर्मचारियों को भी पुरानी पैंशन दिया जाए अन्यथा हम कर्मचारी उस राजनीतिक दल व सरकार के साथ रहेंगे जो हमें पुरानी पैंशन देगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर उदय सिंह डिंगार ने कहा कि कृषि कानून वापस लिए जा सकते हैं, तो एनपीएस वापस लेकर ओपीएस लागू क्यों नहीं की जा सकती। उन्होंने समस्त कर्मचारी संगठनों से NMOPS के महा आंदोलन में शामिल होकर भागीदारी निभाने की अपील की है।
कार्यक्रम को तोलाराम फाचरिया, मंशाराम मडिया, अमरसिंह केर, परेश गर्ग, किशोरसिंह ने सम्बोधित किया किया। कार्यक्रम में भरत माली, प्रभुसिंह जोधा, रुस्तम खान, प्रवीण सिंह, ललितकुमार, शक्ति सिंह राठौर, मज़हर बैग, पूर्ण सिंह, राजेशकुमार, धीरज कुमार, इंदर मल पुरोहित, अहमद अली कुरैशी, देवीलाल कस्वां, नरेन्द्र रांगी, राजेंद्र कुमार यादव, परेशकुमार गर्ग, डॉ.देवेन्द्र, रजनी निर्मल, हवा सिंह गुर्जर, चुनी लाल कंडेला, चिराग पांचाल, विक्रम जीनगर, मुकेश, जीवनपालसिंह, नितेश गुप्ता, नरेश चौधरी, जगदीश सैनी, सैकड़ो कर्मचारी व अधिकारी शामिल थे।