माँझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: छपरा जिले के माँझी प्रखण्ड में धूम धाम से मनाई गई महान विभूतियों के जन्म दिवस। बीकेबी हाईटेक स्कूल ताजपुर में भारत भारती के लाल महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न से विभूषित अद्भुत- अतुलनीय व्यक्तित्व के धनी अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पूरे श्रद्धा के साथ मनाई गई, जिसमें शिक्षक लालबाबू सिंह के अध्यक्षता में सर्वप्रथम इन दोनों के तैल्य चित्र पर माला और पुष्प अर्पित की गई। तत्पश्चात मंच के कुशल संचालक कवि और शिक्षक विजेंद्र कुमार तिवारी ने अपने सुंदर एवं सारगर्भित रचनाओं को प्रस्तुत किया।
नेता नहीं, न थे अभिनेता,
करूणा के अवतार थे।
ये दोनों महापुरुष तो,
भारत माँ के प्यार थे।
पुनः कार्यक्रम में बच्चों को भाषण प्रस्तुत करने के लिए के लिए आवाज दिया। मुख्य रूप से प्रकाश कुमार, प्रीति कुमारी मल्होत्रा, सोनाली कुमारी, खुशी कुमारी, दिगंबर कुमार पांडेय तथा अनुष्का सिंह आदि ने दोनों महापुरुषों के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्र निर्माण में इनकी योगदान को साझा किया। कार्यक्रम के पश्चात सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र के साथ पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षक लालबाबू सिंह, प्रो0 जनार्दन सिंह, माँझी प्रखण्ड के पूर्व उपप्रमुख रामकृष्ण सिंह, जदयू नेता सह महराजगंज लोकसभा के सवर्ण प्रकोष्ठ के प्रभारी निरंजन सिंह, शिक्षक मुकेश कुमार, शिक्षक वीरबहादुर यादव, आचार्य धनयंजय दुबे तथा लोक गायक परमात्मा सिंह समेत दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस क्रम में माँझी प्रखण्ड के पूर्व उपप्रमुख रामकृष्ण सिंह ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटल जी अपने सत्कर्मो एवम सत्य पर अटल रहने वाले महापुरुष थे। इसके साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता का भी पाठ किया, जिस पर तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल गूंज उठा। वहीं प्रो0 जनार्दन सिंह ने अपने अभिभाषण में कहा कि हम अटल जी के योगदान को भूले नही भुला सकते है। सर्व शिक्षा की बात हो या स्वर्णिम योजना, नदियों को जोड़ कर जल आक्रान्ति एवम सूखा दोनों का समाधान किया था। मदन मोहन मालवीय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें शिक्षा का अग्रदूत बताया।
कार्यक्रम के अंत में बीकेबी हाईटेक स्कूल के संस्थापक शिक्षक बी के भारतीय ने सभी विद्यार्थियों को समाज के भविष्य से संबोधित करते हुए इनकी जीवनी से प्रेरणा लेकर एक सुदृढ एवं महात्मन के सपनों का भारत बनाने का अनुरोध किया। तत्पश्चात सभी को धन्यबाद ज्ञापन किया।