पत्रकार बंधुओं के नाम संदेश : मनोज सिंह
सम्मानित पत्रकार साथियों,
बड़े ही हर्ष के साथ आप सब को बताना चाहता हूँ कि गुजरात की राजधानी गांधी नगर स्थित सरकारी सर्किट हाउस में 20 दिसम्बर को आयोजित अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के बैनर तले सम्पन्न स्नेह मिलन कार्यक्रम बेहद सफल रहा। हम सब पत्रकार साथी पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने की अपनी एक सूत्री मांग को बड़े ही सहज ढंग से गुजरात के सीएम तथा देश के पीएम तक पहुंचाने में सफल रहे। कोरोना काल में गुजरात के असमय काल कवलित 64 पत्रकार मित्रों के परिजनों को क्रमशः पांच पांच लाख की सरकारी अनुग्रह राशि प्रदान कराने का सरकार से हमें आश्वासन मिला। गुजरात के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में गांधी नगर पधारे पत्रकारों ने बिहार की पत्रकारिता के विभिन्न आयामों पर आधारित हमारे सम्बोधन को बड़ी ही तल्लीनता से तथा धैर्य पूर्वक सुना। साथ ही केन्द्र की सरकार को बिहार की ललकार का तालियां बजाकर समर्थन किया। महज पांच मिनट के अपने सम्बोधन में मैंने बिहार के पत्रकारों के जज्बे को सलाम करते हुए उनकी चुनौतियों को देश के सामने रखने का भरसक प्रयास किया। आदरणीय जिग्नेश भाई ने मेरे नाम का सम्बोधन अनुभव जिंदगी का सोशल मीडिया ग्रुप के संचालक एबीपीएसएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा सबसे खास ।एक बिहारी सब पर भारी। कहकर जैसे ही पुकारा पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। राज्य सरकार के एक मंत्री कांग्रेस के एक बरिष्ठ विधायक तथा एक बड़े उद्योगपति व समाजसेवी तथा आप के मौजूद नेताओं ने हम सब पत्रकारों की मांगों को जायज बताते हुए कहा कि पत्रकारों को आर्थिक सामाजिक व संवैधानिक सुरक्षा प्रदान करके ही लोकतंत्र की रक्षा की जा सकती है। पत्रकार स्नेह मिलन कार्यक्रम में पत्रकार संरक्षण कोष का गठन संगठन के लिए एक ऐतिहासिक कदम रहा। अनेक सक्षम अतिथियों ने क्रमशः कोष में हजारों हजार रुपये जमा कर अन्य प्रदेशों के लिए एक मिशाल कायम की। यह राशि प्रदेश के पीड़ित पत्रकार साथियों के सहायतार्थ उपयोग में लाई जाएगी। सम्मेलन की सफलता के लिए जिग्नेश भाई की टीम का कोटिशः व हार्दिक आभार।
स्नेह मिलन के अगले दिन यानि 21 दिसम्बर को गांधी नगर स्थित अंतरराष्ट्रीय माधवानंद आश्रम में आयोजित एबीपीएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रतिनिधियों से राज्यवार संगठन की गतिविधियों की जानकारी मांगी गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार यूनिट को सुसुप्ता वस्था से मुक्त कराने हेतु जनवरी फरवरी माह में पटना में एक बैठक आयोजित करने की जानकारी दी। जिसमें वे खुद अन्य साथियों के साथ मौजूद रहेंगे। साथ ही संगठन को धारदार बनाने हेतु विशेषज्ञ की मौजूदगी में राजनीतिक व कानूनी सलाह पर गम्भीर चर्चा की गई तथा शीघ्र ही दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यालय शुरू करने की मन्त्रणा की गई। संगठन की महिला विंग को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया। दोनों कार्यक्रर्मो व बैठकों में दिल्ली गुजरात छतीसगढ़ उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश बिहार झारखंड महाराष्ट्र राजस्थान कर्नाटक आदि राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा अपनी अपनी बातें रखी। संगठन के आगामी कार्यक्रमों व आयोजनों की विस्तृत रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया। संगठन को अंतरराष्ट्रीय पत्रकार संगठनों के साथ टैग करने राज्य इकाइयों के संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने सदस्यता अभियान चलाने तथा द्रुत गति से परिचय पत्र निर्गत करने आदि विषयों पर गम्भीर मन्त्रणा की गई।
आपका साथी
मनोज सिंह