दरौली(संवाददाता श्री कांत सिंह): 65 वीं बीपीएससी में 286वीं रैंक हासिल कर बीपीआरओ पद पर हुए चयनित गुठनी प्रखंड के भरौली गांव के अंगेश कुमार यादव ने अपने प्रारंभिक शिक्षक दरौली क्षेत्र के कृष्णपाली गाँव निवासी रामायण सिंह के घर पहुंच उनका चरण स्पर्श किया एवम आशीर्वाद प्राप्त किया। अंगेश ने अपने सफलता का श्रेय अपने गुरु रामायण सिंह को देते हुते उन्हें अंगवस्त्र प्रदान कर उन्हें संम्मानित भी किया व मिष्ठान से मुह मीठा कर अपने शिष्य धर्म का पालन किया। शिष्य के मन में अगाध प्रेम व श्रद्धा देख अवकाश प्राप्त शिक्षक रामायण सिंह को प्रसन्नता का ठिकाना नही रहा। वे भावविभोर होकर अपने शिष्य को आशीर्वाद देते हुते कहे -'धीर और नियमित ही मैदान मारते हैं।' तुमसे मुझे यही उम्मीद थी कि एक दिन सफलता प्राप्त कर अपने माता-पिता और गुरुजनों का मान अवश्य बढ़ाओगे। तुमने आज मेरा सीना चौड़ा कर दिया। अब तुम अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए अपनी सेवा कार्यों से सबको अभिभूत करो यही मेरा आशीर्वाद है।'
बताते चलें कि गुठनी प्रखंड के भरौली गांव के अंगेश कुमार यादव, पिता -रामअवधेश यादव माता- राजमुनी देवी के पुत्र ने जीवन में कभी हार नहीं मानी। लगातार पी टी में उत्तीर्ण होने के बावजूद फाइनल में चयन नहीं होने के बाद भी कभी हताश और निराश नहीं हुए। अपनी प्रबल इच्छाशक्ति के बल पर उन्होंने यह सफलता अर्जित की है। अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने माता-पिता एवम गुरुजनों के साथ मित्रों को दिया जिन्होंने हमेशा उनका उत्साहवर्धन किया है। आज के जमाने मे भी गुरु-शिष्य के इस प्रेम से अभिभूत होकर वहां मौजूद सेवानिवृत्त शिक्षक मधुसूदन सिंह, चंद्रशेखर मेमोरियल पब्लिक स्कूल कृष्णपाली के निदेशक निलेन्दु त्यागी, शिक्षक लालबाबू शर्मा, श्रीकांत सिंह, संजय सिंह आदि सभी ने उनकी सफलता के लिए बधाई दी एवम सभी ने प्रारंभिक शिक्षक के प्रति इस तरह के आदर भाव प्रकट होने को एक मिसाल बताया।