जगत दर्शन न्यूज़ तथा भोजपुरी रोजाना के संयुक्त तत्वधान में 14 सितम्बर 2021 को बीकेबी हाईटेक स्कूल ताजपुर में हिंदी दिवस पर आयोजित काव्य गोष्ठी में चयनित सर्वश्रेष्ठ रचना।
हिंदी...
हिंदी शर्म नहीं ये शक्ति है,
ये बलिदानों की भक्ति है।
भारत दर्शन है हिंदी
यह जनमानस की भाषा है।
हिंदी ह्रदय की ज्वाला है
ये भावना की साज है।
विविधता की शान में
ये एकता की जान है।
हिंदी भारत की आत्मा है
गौरव का इतिहास है।
ये हिंद कि शक्ति है और
हिंदुस्तान की आशा है।
है हिंद की शान
ये आत्मा है प्राण है।
है हिंद का स्वाभिमान
ये इसपर सब को नाज है।
वर्षों की वैभव गाथा है
ये भारत कि नवगाथा है।
शर्म नहीं ये शक्ति है
ये बलिदानों की भक्ति है।
है कीर्ति यही है यश यही...
है मान यही सम्मान यही...
अनदेखी ना करो हिंदी की
यह वीरों की भाषा है।
मातृभूमि का तेज यही
अरमानों की अभिलाषा है।
स्वतंत्रता के अस्तित्व की रक्षा है हिंदी।
राष्ट्रीय भावना है हिंदी।
बचपन की भाषा है हिंदी
भारत के रग-रग में हिंदी
बहुत ही सरल , सहज और सुगम
सबकी समझ में आती है हिंदी ।
है गर्व हमें हिंदी पर
शान हमारी हिंदी है
कहते सुनते हिंदी हम
पहचान हमारी हिंदी है।
हिंदी भाषा नहीं
भावों की अभिव्यक्ति है।
यह हमारी मातृभूमि पर
मर मिटने की भक्ति है।
हिंदी हिंद की शान है
यह विश्व की पुकार है।
सबको जोड़े रखती हिंदी
हम सबकी ये शान है ।
शर्म नहीं ये शक्ति है
ये हमसब की पहचान है।
सदियों की विरासत है
ये साधकों की साधना है।
जिसने गुलामी में
क्रांति की आग जलाई...
ऐसे वीरों की अद्भुत भाषा हिंदी...
हमारी गौरवगाथा हिंदी।
शर्म नहीं ये शक्ति है
ये बलिदानों की भक्ति है।
हिंदी को समृद्ध बनाएं यह कर्तव्य हमारा है।
हम उदार दृष्टिकोण अपनाया कर्तव्य हमारा है।
राष्ट्र के निर्माण में
हिंदी का विस्तार करें
हम यह कर्तव्य हमारा है।
अपने गौरव को फिर से
हासिल करने का अधिकार हमारा है।
हिंदी शर्म नही ये शक्ति है
ये बलिदानों की भक्ति है।
क्यों शर्म करना कि अंग्रेज़ी नही आती
शर्म तो तब करे जब हिन्दी नही आती।
पूजा कुमारी
फुलवरिया (सारण)
बीकेबी हाईटेक स्कूल ताजपुर