स्त्री शक्ति संगठन के मातृ वंदन नवरात्रि कार्यक्रम में कला-हस्तकला पर भव्य विचार गोष्ठी सम्पन्न
नई दिल्ली: 29 सितंबर 2025
स्त्री शक्ति संगठन की अध्यक्ष ममता शर्मा के नेतृत्व में नवरात्रि के अष्टमी दिन मातृ वंदन कार्यक्रम के तहत कला-हस्तकला विषय पर भव्य विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिभाशाली महिलाओं और अतिथियों ने भाग लेकर अपने विचार साझा किए।
कला-हस्तकला पर केंद्रित गोष्ठी
विचार गोष्ठी में ममता शर्मा, योगिता सिंह 'हंसा', ताई वत्सला मोराणकर धुले, प्रोफेसर अंजना गर्ग, डॉ. प्रेरणा बुड़ाकोटी, श्रीमती सुधा सिन्हा, श्रीमती खुशबु जैन, पवन गहलोत, श्रीमती सुषमा जोशी, निधि राठी, श्रीमती अर्चना, श्रीमती आशा और अन्य बहनों ने कला की महत्ता और उसके सामाजिक-सांस्कृतिक प्रभाव पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कला का महत्व और परिभाषा
सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि कला केवल अभिव्यक्ति का माध्यम ही नहीं बल्कि यह मानव की रचनात्मकता, भावनात्मक शक्ति और विचारों का दर्पण है। कला से व्यक्ति अपनी पहचान विकसित करता है, समाज को नया दृष्टिकोण देता है और जीवन में सौंदर्य व सकारात्मकता का संचार करता है। इसमें चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, नृत्य, साहित्य सहित अनेक विधाएं शामिल हैं।
मातृ वंदन कार्यक्रम का विशेष संदेश
संगठन की अध्यक्षा ममता शर्मा ने कहा कि नवरात्रि केवल धार्मिक आस्था का पर्व नहीं बल्कि यह नारी शक्ति, संस्कृति और रचनात्मकता का उत्सव भी है। कला और हस्तकला पर आधारित यह गोष्ठी महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी रचनात्मकता को समाज के सामने लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
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