स्त्री शक्ति संगठन द्वारा नवरात्रि के पांचवें दिन महिलाओं के अधिकार और कर्तव्यों पर हुई चर्चा
रोहतक (हरियाणा): स्त्री शक्ति संगठन द्वारा नवरात्रि के पांचवें दिन "विधान: अधिकार एक कर्तव्य, वैधानिक प्रक्रिया" विषय पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन की अध्यक्ष ममता शर्मा ने की।
कार्यक्रम में मजिस्ट्रेट जज मनोरमा श्रीवास्तव, वत्सला धुले मोराणकर, प्रोफेसर अंजना गर्ग, डॉ. प्रेरणा बुड़ाकोटी, श्रीमती मंजूषा दुग्गल, श्रीमती सुधा, श्रीमती कीर्ति, श्रीमती पिंकी गिरी, अधिवक्ता सपना और संगठन की मुख्य अध्यक्ष ममता शर्मा सहित अन्य बहनों ने अपने विचार साझा किए। सभी वक्ताओं ने महिलाओं को जागरूक बनाने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
चर्चा के दौरान घरेलू हिंसा का मुद्दा भी प्रमुख रहा। विशेषज्ञों ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति पूरी जानकारी होनी चाहिए। अगर परिस्थितियों को स्वयं संभालना कठिन लगे तो बिना झिझक अपने और दूसरों के लिए कानूनी कदम उठाना चाहिए।
वक्ताओं ने विश्वास जताया कि महिलाओं के अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता समाज में अपराध कम करने में सहायक होगी। कार्यक्रम का समापन सभी ने नवरात्रि की शुभकामनाओं के आदान-प्रदान के साथ किया।