सोंधी नदी का पानी डायवर्जन पर चढ़ा, मांझी कोपा मार्ग पर आवागमन ठप
सारण (बिहार): सोंधी नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से आसपास का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार को बाढ़ का पानी मांझी-कोपा को जोड़ने वाले मरहां स्थित निर्माणाधीन सड़क पुल के डायवर्जन पर चढ़ गया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। डायवर्जन के ऊपर एक फुट से अधिक सड़क के ऊपर पानी बह रहा है। बावजूद इसके पैदल यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों में भय एवम दहशत का माहौल बन गया है। मरहा पुल के समीप आवागमन ठप हो जाने के कारण यात्री व वाहन संचालक दूसरे रास्तों से आने जाने को मजबूर हो रहे हैं।
गंडक परियोजना की माइनर चालू कराने की मांग, सामाजिक कार्यकर्ता ने जल संसाधन मंत्री को भेजा पत्र
मांझी प्रखंड के बंगरा निवासी एवं सामाजिक कार्यकर्ता रणविजय सिंह उर्फ धड़ाका सिंह ने बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री को पत्र भेजकर गंडक परियोजना से जुड़ी एकमा शाखा की भरवलिया एवं सबदरा माइनर को शीघ्र चालू कराने की मांग की है।
अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि वर्षों से इन दोनों उप-वितरणी नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, जिससे भरवलिया, बगोईया, हर्षपुरा, दुमदुमा, सितलपुर, बरेजा, जैतपुर, बंगरा, बतराहा, सोनिया, सबदरा, गौरी, अलियासपुर तथा बनवार जैसे गांवों के हजारों किसान सिंचाई के पानी के लिए परेशान हैं।
रणविजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि नहरें वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़ी हैं, लेकिन अब तक उनकी मरम्मत नहीं कराई गई है। इससे मजबूर किसान निजी पंपसेटों से महंगे दामों पर सिंचाई करने को विवश हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब होती जा रही है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द इन नहरों की मरम्मत कर उन्हें चालू किया जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके।