उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से पद से दिया इस्तीफा, राष्ट्रपति को सौंपा त्यागपत्र
नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे गए त्यागपत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। मानसून सत्र की शुरुआत के दिन अचानक आए इस फैसले से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में धनखड़ ने लिखा कि "स्वास्थ्य मेरी प्राथमिकता है और चिकित्सकों की सलाह पर मैंने यह कठिन निर्णय लिया है।" उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री, मंत्रिपरिषद और संसद सदस्यों से मिले सहयोग के लिए आभार भी जताया।
गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ 2022 में उपराष्ट्रपति चुने गए थे और वे राज्यसभा के सभापति की भूमिका भी निभा रहे थे। उन्होंने अपने कार्यकाल के लगभग तीन साल शेष रहते ही यह पद छोड़ दिया। धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब यह पद रिक्त हो गया है और जल्द ही भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
धनखड़ का यह कदम संविधान के अनुच्छेद 67 (क) के अंतर्गत आता है, जिसमें उपराष्ट्रपति अपने पद से इस्तीफा राष्ट्रपति को पत्र देकर दे सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, संसद में उपराष्ट्रपति की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि वे राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य करते हैं। ऐसे में मानसून सत्र के बीच उनका इस्तीफा संसद की कार्यवाही को प्रभावित कर सकता है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार नए उपराष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया को किस गति से आगे बढ़ाती है और अगला चेहरा कौन होगा।