प्रशांत किशोर का सारण दौरा: कहा - बिहार के बच्चों को मजदूरी नहीं, मिलनी चाहिए शिक्षा और रोज़गार!
तरैया बाजार में सिक्कों से तौले गए PK, जनसभा में हजारों की भीड़, मोदी पर तीखा हमला
सारण (बिहार), 04 जून 2025
बिहार में संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन और ‘जनता का राज’ स्थापित करने के उद्देश्य से चल रही ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर आज तीन दिवसीय दौरे पर सारण पहुंचे। तरैया के अंबेडकर चौक पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद प्रशांत किशोर का समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। तरैया बाजार में उन्हें सिक्कों से तौला गया, और फूल-मालाओं से लाद दिया गया। उनके साथ वाहनों का लंबा काफिला भी चल रहा था।
प्रशांत किशोर ने तरैया, मशरक और पानापुर क्षेत्र के विभिन्न बाजारों—जैसे पोखरेड़ा, नेवारी, गंवादरी, भटोरा, देवरी, इशुआपुर, सधवारा, हनुमानगंज, आज़ाद चौक, महावीर चौक, धावरी, कोल्हुआ, कन्हौली संग्रामपुर आदि में जनसम्पर्क व संवाद कार्यक्रम किया। जगह-जगह स्थानीय नेताओं ने शाल ओढ़ाकर और माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
जनसभा में भीड़ और आक्रामक तेवर
तरैया और मशरक में आयोजित जनसभाओं में उमड़ी हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मोदी जी बिहार के लोगों से वोट लेकर गुजरात में फैक्ट्री लगवा रहे हैं। जबकि सारण-छपरा के बच्चे वहीं जाकर मज़दूरी कर रहे हैं। क्या यह न्याय है?”
उन्होंने जनता से पूछा, “जब वोट आपका है, तो फैक्ट्री बिहार में क्यों नहीं लग रही?” उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अगली बार वोट अपने बच्चों की शिक्षा और रोज़गार के लिए दें, न कि लालू, नीतीश या मोदी के नाम पर।
भ्रष्टाचार पर तीखा प्रहार
प्रशांत किशोर ने बिहार की नौकरशाही और भ्रष्टाचार पर भी प्रहार किया। उन्होंने कहा, “राशन कार्ड बनवाने से लेकर जमीन की रसीद कटवाने तक रिश्वत देनी पड़ती है। सरकारें गरीबों को 5 किलो अनाज और गैस सिलेंडर देकर उनकी आंखों पर पट्टी बांध रही हैं। लेकिन ये सरकारें उनके बच्चों को न शिक्षा दे रही हैं, न रोज़गार।”
जनता के लिए बड़े वादे
प्रशांत किशोर ने सारण की जनता से दो बड़े वादे किए:
- दिसंबर 2025 से 60 साल से ऊपर के हर पुरुष और महिला को ₹2000 मासिक पेंशन।
- 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, फीस सरकार देगी।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकारी स्कूलों की हालत नहीं सुधरती, तब तक सरकार निजी स्कूलों में गरीब बच्चों की फीस वहन करेगी, ताकि हर बच्चा अंग्रेजी माध्यम में पढ़ सके।
जनता से भावनात्मक अपील
उन्होंने कहा, “अगली बार वोट किसी चेहरे को देखकर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य को देखकर दीजिए। चुनाव में लालू, नीतीश, मोदी नहीं, अपने बेटे-बेटियों के चेहरे याद रखिए।”
प्रशांत किशोर का यह दौरा न सिर्फ सारण में जन सुराज को ताकत दे गया, बल्कि यह संकेत भी दे गया कि 2025 के चुनाव में ‘तीसरा विकल्प’ मजबूत दावेदारी के साथ मैदान में उतर चुका है।