सिवान में कालाजार डोजियर की तैयारी एवं KI/RHP प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक आयोजित!
बरसात पूर्व कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील!
कालाजार उन्मूलन में सहयोगी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी और समयबद्ध दस्तावेजीकरण बेहद जरूरी: डॉ ओपी लाल
सिवान (बिहार): जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान को गति देने के उद्देश्य से पीरामल स्वास्थ्य के कार्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कालाजार डोजियर की तैयारी और की- इंफॉर्मेंट्स (के आई) एवं ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आर एच पी) की भूमिका को लेकर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ ओम प्रकाश लाल के अध्यक्षता में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। क्योंकि यह बैठक स्वास्थ्य विभाग के जिला मलेरिया कार्यालय और सहयोगी संस्था पीरामल स्वास्थ्य के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने कहा कि कालाजार के उन्मूलन की दिशा में जिले ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन अंतिम सफलता के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम अधिकारी और पीओसीडी की सक्रिय भागीदारी और समयबद्ध दस्तावेजीकरण बेहद जरूरी है। क्योंकि कालाजार डोजियर की तैयारी न सिर्फ सरकारी प्रयासों की समीक्षा का माध्यम है, बल्कि यह प्रमाण भी है कि जिले ने उन्मूलन के लक्ष्य की ओर ठोस कदम बढ़ाया है।
जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार (डीवीबीडीसी) नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पीरामल स्वास्थ्य द्वारा आयोजित समीक्षात्मक बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल कालाजार के खिलाफ जिले की लड़ाई को मजबूत नहीं करेगी, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों में एक प्रकार से नई ऊर्जा और दिशा भी प्रदान करेगी। क्योंकि सामुदायिक स्तर पर जन जागरूकता अभियान और कीटनाशक (एसपी) छिड़काव की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि रोग का पुनः प्रसार नहीं हो। वहीं इस दौरान उपस्थित सभी अधिकारी और कर्मियों को यह निर्देश दिया गया कि कार्य करने के बाद ससमय समुचित डेटा उपलब्ध कराए और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता बरतें ताकि डोजियर निर्माण में मदद मिल सकें। बरसात के समय कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। क्योंकि बरसात से पूर्व और बरसात के बाद नमी वाले स्थान पर बालू मक्खी पनपती है, जिससे कालाजार फैलने का खतरा बढ़ जाता है। घर के आसपास सफाई रखें, दीवारों पर चूना और डीडीटी का छिड़काव सुनिश्चित करें। सहयोगी संस्था पीरामल स्वास्थ्य और सिफार भी समुदाय को सतर्क कर रही है।
पीरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम प्रमुख राजेश कुमार तिवारी ने डोजियर निर्माण की तकनीकी प्रक्रिया, आवश्यक आंकड़े, केस ट्रैकिंग, IRS (इंडोर रेसिडुअल स्प्रे) और निगरानी प्रणाली की बारीकियों को साझा किया। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि की- इंफॉर्मेंट्स और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता सामुदायिक स्तर पर कालाजार जैसी बीमारी की पहचान और तत्काल रिपोर्टिंग में अहम भूमिका निभाते हैं। जिस कारण इनलोगों को समय- समय पर प्रशिक्षण देकर जागरूक और अपडेट रखना जरूरी होता है। यह भी बताया गया कि कालाजार के लक्षण, उपचार की प्रक्रिया, दवा वितरण प्रणाली और मरीजों का फॉलोअप से जुड़ी जिम्मेदारियों को पहले से बेहतर और प्रभावी ढंग से निभाया जाए। बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि डोजियर के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार को यह दिखाया जाएगा कि सिवान जिले में पिछले एक वर्ष में कालाजार के कितने मामले सामने आए हैं। साथ ही जिले में फ़िलहाल कालाजार की वर्तमान स्थिति क्या है। बैठक के दौरान डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह, वीडीसीओ विकास कुमार और कुंदन कुमार, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रमुख राजेश कुमार तिवारी, पीओसीडी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।।