बिहार में शिक्षकों के तबादले को लेकर बड़ा फैसला: असंतुष्टों को दोबारा आवेदन का मौका, 1.30 लाख शिक्षकों को मिली नई पोस्टिंग!
पटना (बिहार): बिहार सरकार ने राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के तबादले को लेकर बड़ा कदम उठाया है। शिक्षा विभाग द्वारा राज्यभर के 1.90 लाख से अधिक शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन मंगवाए गए थे, जिनमें से 1.30 लाख शिक्षकों को उनकी पसंद की पंचायतों या उपलब्ध पदों के अनुसार नई पोस्टिंग दी जा चुकी है। यह प्रक्रिया पूरी तरह ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी ढंग से की गई।
नई पोस्टिंग के बाद फिर मिलेगा आवेदन का अवसर
शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार, जिन शिक्षकों को उनकी प्राथमिकता के अनुरूप पोस्टिंग नहीं मिली है, या जो किसी कारणवश नई जगह से संतुष्ट नहीं हैं, वे अब स्कूल ज्वॉइन करने के बाद दोबारा आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) कार्यालय में आवेदन देना होगा, जहां उनकी स्थिति का पुनः मूल्यांकन किया जाएगा।
कब तक करनी होगी नई ज्वाइनिंग
शिक्षकों को 20 जून तक विद्यालय आवंटित कर दिए गए हैं और उन्हें 23 जून से 30 जून के बीच अपनी नई जगहों पर योगदान देना है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक समय पर योगदान नहीं करेंगे, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है।
पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी निगरानी
इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के लिए DEO स्तर पर शिक्षकों की प्रोफेशनल जानकारी के आधार पर निर्णय लिए जा रहे हैं। किसी भी बाहरी दबाव या हस्तक्षेप से बचने के लिए अधिकारी शिक्षक का नाम देखे बिना आवेदन का मूल्यांकन कर रहे हैं।
लंबित शिकायतों का जल्द होगा निपटारा
शिक्षा विभाग ने यह भी आश्वासन दिया है कि सभी लंबित शिकायतों और असंतोषजनक पोस्टिंग के मामलों का निपटारा शीघ्रता से किया जाएगा ताकि किसी भी शिक्षक को परेशानी का सामना न करना पड़े।
बिहार में शिक्षकों के लिए तबादले की यह प्रक्रिया एक बड़े प्रशासनिक बदलाव के रूप में देखी जा रही है, जिससे न केवल शिक्षकों को अपने गृह क्षेत्र के निकट काम करने का मौका मिलेगा, बल्कि विद्यालयों में शिक्षक संतुलन भी बेहतर होगा। विभाग द्वारा की जा रही यह पहल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को अधिक मजबूत और व्यस्थित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।