किसानों को प्रशासन ने रोका, मांगी तीन दिनों की मोहलत!
///जगत दर्शन न्यूज
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा)/ दिल्ली: किसानों का आंदोलन अब धीरे धीरे उग्र हो चला है। उनकी रोक और किसानों की चेतावनी के बीच भारतीय हलधर किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ शैलेश कुमार गिरि ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के किसानों के आंदोलन को सरकारी दमनकारी गैर-संवैधानिक नीतियों कुचले और सैकड़ों महिला पुरुष के गिरफ्तारियों से आक्रोशित होकर आज़ भाकियू हलधर उतर प्रदेश के सभी जिलों व तमाम राज्यों से राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धीरेन्द्र सोलंकी, राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता सह बिहार झारखंड प्रदेश प्रभारी डॉ शैलेश कुमार गिरि, राष्ट्रीय मुख्य महासचिव - देशराज भगत सिंह, उतर प्रदेश अध्यक्ष श्री कृष्ण सिंह भदौरिया के कुशल नेतृत्व में संवैधानिक मानदंडों, गांधीवादी व शांति पूर्ण तरीके से एटा में एकत्रित हो, एटा से 11 बजे रवाना हो 1 बजे तक ग्रेटर नोएडा जीरो प्वाइंट के लिए समयबद्ध तरीके से 10, 20, 30, 50, 100, 200, 500 की संख्या में भारतीय हलधर किसान यूनियन की कार्यकर्ताओं से भरी गाड़ियां निकल चुकी थी, लेकिन सभी गाड़ियों को निकलते कुछ लम्बी दूरी तय करते ही यूपी के विभिन्न थानों ने अपने क्षेत्र में गाड़ी सहित कार्यकर्ताओं गिरफ्तार कर थाने ले गई। फिर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले में लगभग 300 गाड़ियां पहुंच ही गई।
डॉ शैलेश कुमार गिरि राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धीरेन्द्र सोलंकी के आवास पर बीते रात्रि से ही यूपी पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारी दल बल के साथ दब्बीस दी और वार्ता कर चली गई, लेकिन अहले सुबह से ही फिर धीरे-धीरे यूपी पुलिस प्रशासन पीएसी गाड़ियों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित उपस्थित सभी भाकियू हलधर के किसानों को चारों ओर से घेर लिया और दब्बीस दी और वार्ता कर अगले तीन दिन की मोहलत मांगी है। इस भाकियू हलधर ने सात दिन का समय दिया है। तब जाकर भारतीय हलधर किसान यूनियन ने तत्काल के लिए दिल्ली कूच को टाला है।
उन्होंने कहा कि भाकियू हलधर के कूच कर गए पदाधिकारियों को, आगरा, बदायूं, हरदोई, कासगंज, फिरोजाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, सिकंदराबाद,अलीगढ़, खुर्जा, शाहजहांपुर तमाम विभिन्न कस्बों हाउस अरेस्ट व काफिले को गिरफ्तार कर थाने लाया गया कि भारतीय हलधर किसान यूनियन के हजारों हजार किसानों का काफिला न बन पाए। इस पूरे प्रकरण पर से क्षुब्द होकर भारत में अब किसानों का सबसे संगठन भाकियू हलधर बड़ा बनने वाला है, जो संवैधानिक मानदंडों, गांधीवादी विचारधारा व शांतिप्रिय रुप से आंदोलनरत होकर यह सड़क से सीधे संसद तक जाएगा और किसानों के समस्याओं का समाधान ढूंढेगी, जिससे अन्नदाता किसानों की व्यवस्था और भी सुदृढ़ होगा। भारत विकासशील से विकसित भारत बनेगा। यानि भाकियू हलधर के वरिष्ठ जानकार चुनिंदा प्रतिनिधि संसद में बैठे सक्षम मंत्रीयों मिलेंगे। तभी जाकर किसानों को समस्याओं से जल्द ही मुक्ति मिलेगी और सरकार का यह ऐतिहासिक निर्णय भारत को एक नए युग में ले जाएगा।