राष्ट्र कवि दिनकर के संग कवि केदारनाथ को श्रद्धांजलि
✍️ सत्येन्द्र कुमार शर्मा (वरीय पत्रकार)
/// जगत दर्शन न्यूज
गत वर्ष जब लोग राष्ट्र कवि दिनकर की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने में जुटे हुए थे तभी एक और कवि के निधन की खबर संचार माध्यम पर तैरने लगी थी।तब तो हिन्दी साहित्य से जुड़े लोगों को स्तब्ध रहना स्वाभाविक होना लाजिमी है। उसमें भी राष्ट्र कवि दिनकर के गोद में पुत्र के रूप में कविता की पाठ सुन कवि होने वाले अपनी एक अलग पहचान को हिन्दी साहित्य में परोसने वाले कवि केदारनाथ सिंह द्वारा संसार को अलविदा कह दिया गया था।
इस संबंध में लोगों द्वारा दोनों कवियों के छायाचित्र प्रदर्श किया गया और कहा गया कि आज दुख भरे समय में पूरा राष्ट्र एक तरफ राष्ट्रकवि स्वर्गीय रामधारी सिंह दिनकर की जयन्ती मना रहा है तो दूसरी ओर उनके कवि पुत्र केदारनाथ सिंह के देहावसान पर शोक प्रकट कर रहा है। अपने पिता की जयन्ती से एक दिन पूर्व केदार बाबू को इस जगत से चले जाना एक अत्यंत दुखद क्षण बताया जा रहा था।बिहार के मुंगेर की पावन धरती सेमरिया के दोनों सपूतों बाप -बेटे को शत शत नमन करते हुए आज भी लोग विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।"तब उन लोगों से जुड़े लोगों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित किया जाने लगा।