सरकारी स्कूल में लाखों का लगा समर्सीबल पर शुद्ध जल नसीब नही।
सिवान (बिहार): जिले के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सह राजकीय मध्य विद्यालय में शिक्षा विभाग के महत्वाकांक्षी योजना के तहत लाखों रुपए के बजट के अनुसार समर्सीबल पंप तो लग गया लेकिन पानी के लिए तरस रहे है सैकड़ो छात्र और शिक्षक।
बताया जाता है कि इस विद्यालय दो पानी कल पहले से है। लेकिन पानी पीने योग्य नहीं रहता है। पानी निकलते ही पीला हो जाता है। वही शिक्षा विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देशानुसार लाखों रुपयों के बजट से समर्सिबल पंप लगाया गया। पंप के साथ पानी टंकी और नल भी लगे। इसे देख विद्यालय के बच्चों, शिक्षक और शिक्षिकाओं में शुद्ध जल पीने की आस जगी थी। लेकिन जैसे ही पानी निकलना शुरू हुआ, लोगों के मुंह हाय तौबा निकलने लगा। दरअसल पानी इतना गन्दा है की उससे सफाई का भी कार्य नही किया जा सकता। यदि पानी को बोतल में रख दिया जाए तो 5 मिनट में ही मिट्ठी बैठ जाता है। वहीं अब स्थिति तो ऐसी है कि पानी प्रतिदिन खरीद कर पीनी पड़ती है।
वहीं प्रभारी प्रधानाध्यापक नागेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय दक्षिणी चहारदीवारी की ऊंचाई कम होने से कुछ असामाजिक तत्व विद्यालय परिसर में आ जाते है। उसकी ऊंचाई अधिक करना अत्यावश्यक है। ग्राउंड में बरसात के समय पानी लग जाता है। इसका ईंटकरण भी आवश्यक है। वहीं विद्यालय का शिक्षण कार्य बेहतर है।