जदयू प्रत्याशी विजय लक्ष्मी कुशवाहा के नामांकन में पहुंचे दिग्गज नेता, किया लालू पर प्रहार!
सिवान (बिहार): सिवान में लोकसभा चुनाव को लेकर जदयू प्रत्याशी विजय लक्ष्मी कुशवाहा ने आज शनिवार को नामांकन किया है। इस दौरान गांधी मैदान में आयोजित जनसभा में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, मंत्री लेसी सिंह सहित तमाम बड़े नेता पहुंचे, जहां सभी का फूल माला से जोरदार स्वागत किया गया। मंच से एनडीए नेताओं ने जदयू प्रत्याशी विजय लक्ष्मी देवी को विजयी बनाने की अपील की। इस जनसभा में भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी थी।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सिवान की जनता ने 2014 और 2019 में आतंक राज को खत्म करने का काम किया। मोदी ने 2024 में रामलला को भव्य मंदिर में स्थापित किया। 15 वर्षों में लालू जी ने किसी को आरक्षण नहीं दिया। आरक्षण उनकी पत्नी राबड़ी देवी को मिला और मुख्यमंत्री बना दिया गया। मेरा बेटा क्रिकेट नहीं खेल रहा, पानी ढोकर थक गया है, तब लालू जी ने कहा कि इसे उपमुख्यमंत्री बना दो।
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि एक बेटा सारण की लड़की को छोड़ दिया तो लालू जी ने कहा कि इसे मंत्री बना दो। मोदी और नीतीश जी की जोड़ी स्थापित हुई तो लालू की टूरिस्ट बेटी की वापसी हुई और लालू जी की टूरिस्ट बेटी आज सारण से चुनाव लड़ रही है। भारत के प्रधानमंत्री ने तय किया है कि भारत में सोने की चिड़िया नहीं सोने का शेर बनाएंगे, जो पूरी दुनिया में दहाड़ने का काम करेगा। जितने लोग पक्का मकान बनाने में छूट गए है, जिसके छत पक्के नहीं हैं। 2025 चुनाव से पहले उसे हमारी सरकार पक्का करने का काम करेगी।उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के राज में 1 लाख लोगों को सरकारी नौकरी नही मिली। नीतीश जी ने लाखों नौकरी दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2025 में वोट तभी मांगूंगा, जब 10 लाख सरकारी नौकरी का वादा पूरा करूंगा। आप सभी विजय लक्ष्मी जी को वोट देकर जिताएंगे तो दिल्ली में मोदी सरकार का कमल खिलेगा ।
सिवान लोकसभा सीट से NDA की जदयू प्रत्याशी विजय लक्ष्मी देवी नामांकन को लेकर आशीर्वाद सभा में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा पहुंचे। इस दौरान गांधी मैदान में आयोजित जनसभा में उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने I.N.D.I.A गठबंधन पर जमकर हमला किया। उन्होंने मंच से कहा कि लालू राज में एक अलग वातारण माहौल बना, यहां से व्यवसायी भागने लगे। नीतीश राज में माहौल बदला तो यहां लोग आकर फिर से बसने लगे।