झाड़ी से लगी भयानक आग ने फर्नीचर के दुकान को भी निगला! लाखों की संपत्ति नष्ट!
///जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: एकमा-मांझी बरौली पथ के आमडाढी गांव के समीप रेलवे फाटक के पास झाड़ी में दिन के दो बजे अचानक आग लग गई। जहां कड़ाके की धूप एवं आंधी की समान बह रही पछुआ ब्यार के चलते आग देखते ही देखते एक किलोमीटर तथा सड़क के दोनों बगल के झाड़ी व खेत के करीब 5 से 7 बीघा में फैल गई। वहीं सड़क के किनारे आमडाढी गांव निवासी स्व शिवजी सिंह के पुत्र राज किशोर सिंह की लकड़ी व फर्नीचर की दुकान में आग लग गई जिसमे पूरा दुकान जल कर राख हो गया। आग की लौ इतनी तेज थी कि सड़क के किनारे वन विभाग द्वारा लगाए गए दर्जनों पुराने व नए वृक्ष भी जल गए।
वहीं आग बुझाने के लिए एकमा, रसूलपुर, दाउदपुर, माँझी, कोपा, और जनता बाजार थाने से पहुंची अग्निशमन दमकल के द्वारा आग बुझाने का प्रयास घंटे से किया जा रहा था, लेकिन तेज हवा इतनी थी कि आग पर काबू पाना नामुमकिन था। इसके पश्चात कड़ी मेहनत के बाद छपरा से बड़ी अग्निशमन दमकल आई जिसके आने के बाद पूरे जुझारू रूप से आग बुझाने का प्रयास किया किया जा रहा था। लेकिन अभी तक पूर्ण रूप से आग पर काबू नहीं पाई गई है।
वहीं फर्नीचर दुकानदार राज किशोर सिंह ने बताया कि दुकान में राखी 12 जोड़ी पलंग तथा फर्नीचर के सामान के साथ करीब 15 लाख की लकड़ी जल कर नष्ट हो गई। आग बुझाने के लिए सैकड़ो ग्रामीणों द्वारा अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए आग बुझाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था। वहीं कई लोगों का कहना था कि आग बिजली के शर्ट सर्किट के चलते लगी। अन्य लोगों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कुछ हो देर के बाद भीषण आग के लपटें रेलवे ट्रैक तक पहुंच गई थी। जिससे सिवान की ओर से आ रही एक मालगाड़ी को घंटों खड़े रहना पड़ा, जिससे कोई यात्री ट्रेन का परिचालन भी बाधित रहा। आग पर काबू पाने के लिए करीब दर्जनों अग्नि सामान मशीन बुझने के प्रयास के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हुई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक अभी तक पूर्ण रूप से आग पर काबू नहीं पाई गई थी।