इंटरमीडिएट की परीक्षा में पंडित गिरीश तिवारी के प्रपौत्र राहुल ने अपने स्कूल में सर्वाधिक अंक लाकर किया दादा जी का नाम रौशन!
चार विषयों में डिस्टिंग्सन अंकों के साथ स्कूल में मिला सर्वोच्च स्थान। घर में खुशी का माहौल, अब होगा आईआईटी बनने का सपना पूरा!
सारण (बिहार): बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित किया जा चुका है। जिसमें बिहार की बेटियों ने जो कमाल दिखाया है। वह काबिले तारीफ है। क्योंकि बेटों के साथ साथ बेटियां भी कदम से कदम से मिलकर चलने का काम कर रही है। वहीं दूसरी तरफ देश के महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित गिरीश तिवारी के प्रपौत्र राहुल कुमार तिवारी ने अपने स्कूल में सर्वाधिक अंक लाकर अपने दादा सहित स्कूल का मान और सम्मान बढ़ाया है। जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर मांझी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बरेजा गांव निवासी सह व्यवहार न्यायालय छपरा के वरीय अधिवक्ता प्रवीण चंद्र तिवारी के इकलौते पुत्र राहुल कुमार तिवारी की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा गांव के ही सरकारी विद्यालय में हुई है। उसी बाद बरेजा उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद विज्ञान संकाय से इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी ही नही बल्कि उक्त कॉलेज में सर्वोच्च 80.6 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल, कॉलेज, गांव और प्रखंड सहित अपने दादा पंडित गिरीश तिवारी का सम्मान बढ़ाया है।
चार विषयों में डिस्टिंग्सन अंकों के साथ स्कूल में मिला सर्वोच्च स्थान:
सर्वाधिक अंक लाकर इंटर कॉलेज का मान और सम्मान बढ़ाने वाले राहुल कुमार तिवारी का कहना है कि मम्मी ममता देवी, पिता प्रवीण चंद्र तिवारी, दीदी मोनालिसा और जीजा पुष्पेश दुबे का सपना है कि आईआईटी पास कर एक कुशल इंजिनियर बन देश में दादा जी नाम रौशन करु। वहीं इनके पिता ने बताया कि विज्ञान संकाय से इंटर की परीक्षा में चार विषयों में डिस्टिंग्शन नंबर आया है। जिसमें अंग्रजी में 89, भौतिकी विज्ञान में 83, हिंदी में 80, रसायन विज्ञान में 79 अंक मिले है। जबकि जीव विज्ञान में 72 तो गणित में 61 अंक लाकर बरेजा इंटर कॉलेज में सर्वोच्च अंक लाने वाले इकलौते विद्यार्थी है। हालांकि मैट्रिक परीक्षा में भी 83.4 प्रतिशत अंक लाकर स्थानीय सांसद के हाथों सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ था। मैट्रिक हो इंटर इन सभी परीक्षाओं की तैयारी घर से ही हुई है। स्कूल के मुख्य द्वार पर मेरे पिता सह राहुल के दादा महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित गिरीश तिवारी की प्रतिमा लगी हुई है। स्कूल में प्रवेश से पहले अपने दादा जी का चरण स्पर्श करने के बाद ही पढ़ाई करते रहे है। शायद यही कारण है कि पूर्वजों का आशीर्वाद मिल रहा है।