बन्ध्याकरण के दौरान महिला की मौत! हंगामे के बीच हुई पुलिस एलर्ट!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: माँझी सीएचसी में आयोजित शनिवार को बन्ध्याकरण शिविर में भर्ती एक महिला मरीज को बेहोश करने के घण्टों बाद होश नही आने पर चिकित्सकों ने उसे छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया जहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने महिला मरीज को मृत घोषित कर दिया। मृतका माँझी थाना क्षेत्र के कटोखर गाँव निवासी सुरेश पँडित की पत्नी देवरती देवी उम्र 35 वर्ष बताई जाती है। महिला मरीज की मौत के बाद उसके साथ गए परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे जिससे सदर अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल उतपन्न हो गया। बाद में चिकित्सकों ने सारण के डीएम अमन समीर के निर्देश पर विशेष परिस्थिति में देर रात को पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। घटना की सूचना पाकर सदर अस्पताल पहुँचे भगवान बाजार थाना के पुलिस पदाधिकारी को दिए बयान में मृतका के पति सुरेश पँडित ने आरोप लगाया है कि सम्बन्धित चिकित्सक की कथित लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत बन्ध्याकरण ऑपरेशन के दौरान माँझी सीएचसी में ही हो गई थी। हालाँकि ऑपरेशन में मौजूद चिकित्सक द्वारा पत्नी को जीवित बताकर तथा उसे जबरन एम्बुलेंस में लादकर आनन फानन में छपरा भेज दिया गया। उधर देर रात पोस्टमार्टम के बाद मृतका का शव लेकर लौटे परिजनों व दर्जनों ग्रामीणों ने माँझी प्रखण्ड मुख्यालय परिसर में पहुँचकर हंगामा शुरू कर दिया। पीड़ित परिजन माँझी सीएचसी परिसर में शव रखकर प्रदर्शन करने पर आमादा थे। हालाँकि मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारियों के समझाने बुझाने तथा दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद परिजन शव लेकर कटोखर के लिए रवाना हो गए। रविवार को स्थानीय ड्यूमाइगढ घाट पर मृतका के शव का दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। शव यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण आदि शामिल हुए।
ग्रामीणों ने बताया कि मृतका के परिजन इन्दिरा आवास योजना से बने घर में अपना गुजारा करते हैं तथा पति पत्नी मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। ग्रामीणों ने बताया कि मृतका की बृद्ध सास पानपति कुँअर के अलावा पति सुरेश पँडित एवम उसके पाँच पुत्र क्रमशः सूरज, लक्ष्मण, मुन्ना, सरोज तथा सुमित एवम पुत्री स्वीटी सभी मानसिक तौर पर अर्द्ध विक्षिप्त व नाम मात्र के पढ़े लिखे हैं। परिवार की माली हालत को देखते हुए ग्रामीणों ने आपसी सहयोग स्वरूप चंदा एकत्रित कर मृतका का दाह संस्कार किया। मिली जानकारी के अनुसार माँझी सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ रोहित कुमार ने मृतका के दाह संस्कार के लिए पीड़ित परिजनों को 30 हजार रुपये सहयोग स्वरूप प्रदान किया।मौके पर पहुँचे माँझी के प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि राजेश कुमार ने पाँच हजार रुपये तथा स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि अजित कुमार सिंह ने कबीर अन्त्येष्टि योजना का तीन हजार रुपये एवम थानाध्यक्ष ने भी दो हजार रुपये का नगद सहयोग प्रदान किया।
महिला मरीज की मौत के बाद नाराज ग्रामीणों द्वारा माँझी सीएचसी परिसर में हंगामा करने अथवा सड़क जाम किये जाने की आशंका के मद्देनजर देर रात्रि को ही छपरा से बड़ी संख्या में पुलिस बुला ली गई। मिली जानकारी के अनुसार देर रात को पुलिस लाइन का सायरन बजने लगा और देखते ही देखते पाँच बसों पर सवार होकर लगभग दो ढाई सौ पुलिस बल के जवान माँझी थाना परिसर पहुँच गए। हालाँकि बाद में स्थिति सामान्य पाकर थानाध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों को वापस छपरा भेज दिया।