शिक्षकों ने केके पाठक के खिलाफ खोला मोर्चा! 20 जनवरी को राज्य के शिक्षक रहेंगे एकदिवसीय भूख हड़ताल पर!
पटना (बिहार): शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश को लेकर बिहार में शिक्षकों की नाराजगी अब बढ़ती जा रही है। बिहार में शिक्षकों की कई छुट्टियां रद्द कर दी गई है। वहीं अब स्कूल के टाइम टेबल को लेकर भी शिक्षकों में नाराजगी जाहिर हो रही है। जहां तक शिक्षकों का मानना है कि जो छुट्टियां पहले थी उसे बरकरार रखा जाए। वही छुट्टियों को रद्द कर देना पहली जनवरी, रक्षा बंधन तथा मकर संक्रांति इत्यादि में भी छुट्टियां ना देना अमानवीय प्रतीत होता है।
इस बीच बिहार शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर 20 जनवरी को राज्य के शिक्षक एकदिवसीय भूख हड़ताल पर रहेंगे। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर विरोध जताया है। राजधानी पटना के गर्दनीबाग में काली पट्टी बांधकर शिक्षक भूख हड़ताल करेंगे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री को लिखी चिट्टी में शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश को वापस लेने की मांग की है। इसके साथ ही बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने ऐच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया आसान बनाने की मांग की है। वहीं शिक्षकों की सेवानिवृति की सीमा 62 साल करने की मांग की गई है।
अवकाश को लेकर भी निकले ये आदेश!
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जिलों को निर्देश दिया है कि शिक्षकों के अवकाश लेने की मनोवृत्ति पर भी रोक लगाएं। एक साथ स्कूल में दस प्रतिशत से अधिक शिक्षकों के अवकाश स्वीकृत नहीं किये जायें। इसे सुनिश्चत कराएं। जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से स्कूल के प्रधानाध्यापक को निर्देश दें कि वह एक साथ कई शिक्षकों को छुट्टी नहीं दें। इसको लेकर श्री पाठक ने सभी जिलाधिकारियों और उप विकास आयुक्तों को आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया है।