इस देश की पुलिस ने क़ानून व्यवस्था व अपराध अनुसंधान में किसी को छोड़ा नहीं है। चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो। क़ानून के हाथ बहूत लम्बे होते है।
माँझी के मुबारकपुर के पूर्व मुखियापति हरेन्द्र यादव हत्याकांड का सफल उदभेदन अपराधियों के लिए बहुत बड़ा सबक है, कानुन कोई हाथ में न ले।
सारण (बिहार): सारण के जांबाज एसपी कुमार मंगला तथा माँझी के शानदार थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास ने दूध का दूध और पानी का पानी करके देश की कानून ब्यवस्था की बहुत बड़ी तथा एक नई पटकथा लिख दी है। यूँ तो पत्रकारों ने घटना की तह तक जाकर पहले ही दिन अपना अनुमान प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष पाठकों के सम्मुख रख दिया था। बावजूद इसके कुछ तथाकथित लोग इसे अलग अलग नजरिये से परोसना शुरू कर दिए थे। याद रखें यह अनुसंधान इस घटना का पूर्णविराम नही है अभी अनुसंधान के दो और दौर भी बाकी हैं। आम तौर पर लोगों द्वारा पुलिस पर आए दिन तमाम तरह के सवालात खड़े किए जाते हैं। यह भी सच है कि अन्य लोगों की तरह पुलिस भी दूध की धुली नही होती।बावजूद इसके हरेन्द्र यादव हत्याकांड में पुलिस ने जिस तरह से धैर्य तथा संजीदगी का परिचय दिया पुलिसिया अनुसंधान के नजरिये से वह एक नजीर बन गया। घटित होने वाली घटनाओं में आमतौर पर प्रशासन को विरोध तो झेलना ही पड़ता है पर सचमुच कानून का पालन करने वाला दृढ़ संकल्पित पदाधिकारी यदि दृढ़ता पूर्वक आगे बढ़ना शुरू करता है तो पत्थर भी मोम बन जाता है।
हम सभी सामाजिक प्राणी हैं रंग रूप जाति सम्प्रदाय कोई मायने नही रखता। सभी एक दूसरे के पूरक हैं। किसी के बगैर किसी का काम नही चल सकता। अतः एक दूसरे के प्रति हमेशा सहयोग की ही भावना रखनी चाहिए। ध्यान रखें अतिउत्साह हमेशा नुकसान देह होता है कभी दूसरों के लिए तो कभी अपनों के लिए भी। कहा जाता है कि पाप सिर पर चढ़कर बोलता है। अपराध करके कभी कोई अपराधी बच नही सकता। सरकार के द्वारा स्थापित न्यायालय से अपराधी यदि बच भी गया तो किये गए पाप के लिए आत्मा जीवन भर उसे चैन से जीने नही देती है तथा मृत्युपरांत ईश्वर की अदालत में उसे अपने किये कुकृत्य का दंड भुगतना ही पड़ता है। आइये हम सब संकल्प लें कभी कोई अपराध नही करेंगे। आभार। धन्यवाद।