शहीद नायक सूबेदार देवकरण सिंह बुरड़क पंचतत्व में विलीन!
झुंझुनू के लाल का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार!
भारत माता की जय के लगे नारे!
झुंझुनूं (राजस्थान) संवाददाता सुरेश सैनी: झुंझुनू जिले के बुरड़क की ढाणी (कालियासर) के शहीद नायब सूबेदार देवकरण सिंह बुरड़क का सोमवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। नायब सूबेदार देवकरण सिंह बुड़बक भारतीय सेना की 15वीं जाट रेजीमेंट कार्यरत थे। उनकी तैनाती ऑपरेशन रक्षक के तहत कारगिल के बाल्टिक सेक्टर में 18 हजार की ऊंचाई से भी अधिक के क्षेत्र में थी। ड्यूटी के दौरान 13 फरवरी को ऊंचाई में सांस लेने में परेशानी हुई और बेहोश हो गए थे। इस दौरान उन्हें सैन्य हेलीकॉप्टर से कारगिल के सैन्य अस्पताल में इलाज प्राथमिक इलाज के लिए लाया गया तथा बाद में उधमपुर के कमांड हॉस्पिटल में एयर लिफ्ट किया गया। वही इलाज के दौरान 19 फरवरी को उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहीद देवकरण के पिता भी भारतीय सेना से रिटायर्ड हैं। वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके बड़े भाई संजय सिंह भी आर्मी से रिटायर्ड हैं और फिलहाल सेना सुरक्षा कोर में कार्यरत हैं जबकि छोटा भाई अनिल भी आर्मी में तैनात है। शहीद के सम्मान में मलसीसर से उनके पैतृक गांव तक तिरंगा यात्रा निकाली गई एवं जगह-जगह पर पुष्प वर्षा से शहीद का सम्मान किया गया। तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में युवा और आसपास के ग्रामीण तथा जनप्रतिनिधि शामिल हुए। शहीद देवकरण का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बुरड़क की ढाणी पहुंचा तो गांव का माहौल गमगीन हो गया।
सामाजिक रस्मों रिवाजों के बाद शहीद देवकरण का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सांसद नरेंद्र कुमार, मंडावा विधायक रीटा चौधरी, जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सेना सेना की टुकड़ी एवं राजस्थान पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शहीद के पिता को राष्ट्रध्वज सौंपा गया। बेटे निखिल व कुनाल ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी।