एकमा - पचरूखिया पुल जर्जर,दुर्घटना को कर रहा आमंत्रित
एकमा (बिहार) संवाददाता चंद्रशेखर यादव: एकमा रेलवे स्टेशन रोड से निकल कर महुई तक जानेवाला एकमा- पचरूखिया सडक पर अवस्थित पुल, जिसे बटोरी पुल के नाम से भी जाना जाता है, इस पुल पर ही तीन बड़ा होल बन कर जान लेवा हो गया है एवं किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहा है।
जर्जर पुल की यह स्थिति पिछले कई साल से यथावत है। वार्ड चुनाव में भी यह पुल उम्मीदवारों के लिए मुद्दा तो बनता है, लेकिन पुल की जर्जर स्थिति यथावत है। स्टेशन रोड से आरंभ होकर यह एकमा-पचरूखिया सड़क महुई तक जाती है, जिसपर पचरूखिया, देकुली, लालपुर, रामपुर, गौसपुर, महुई आदि गांवों के निवासियों एवं छात्र छात्राओं के आने जाने का यह एकमात्र सड़क है। इसी सड़क पर यह जर्जर एवं जानलेवा पुल अवस्थित है, जिसे भटोली पुल के नाम से भी जाना जाता है।
इस जानलेवा पुल से सटे ही प्राथमिक विद्यालय,एकमा बाजार-एक है। यही नहीं इस पुल के कुछ मीटर दूर ही, सड़क पर सेंट जोसेफ्स हाई स्कूल एवं रामाधार सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कालेज भी है। इन स्कूल व कालेज की बसें इसी जर्जर पुल से होकर विद्यार्थियों को लेकर आती जाती हैं। वाहन चालक इस ख़तरनाक पुल से गुजरते हुए हनुमान चालीसा गुनगुनाते वाहन चलाते हैं। प्रखण्ड मुख्यालय के निकट होने के बावजूद प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की आंखों से ओझल है यह जर्जर व जानलेवा पुल।