राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं का बहुमान किया गया
सिरोही (राजस्थान) संवाददाता रणजीत जीनगर: राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक
विद्यालय सिरोही में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में बालिकाओं का बहू मान
किया गया । यह समारोह जिला विधिक साक्षरता एवं एनएसएस की तरफ से आयोजित किया
गया। एनएसएस प्रभारी वर्षा त्रिवेदी के अनुसार समारोह को संबोधित करते हुए
व्याख्याता श्रीमती प्रतिभा आर्य ने बालिका शिक्षा पर प्रकाश डाला। वहीं मुख्य
वक्ता शिक्षक गोपालसिंह राव ने अपने उद्बोधन में विश्व में सबसे अच्छी
स्थिति प्राचीन काल में भारत की नारियों की बताई। उन्होंने कहा कि विदेशी
आक्रान्ताओं व आठ सौ वर्षों के विकृत संस्कृति के राज व गुलामी की वजह से
सामाजिक कुरीतियों ने नारियों की स्थितियों में भयंकर बदलाव लाया। विदेशी दासता
व पुरुष प्रधान समाज होने से बाल विवाह, दहेज प्रथा, सती प्रथा, अनमेल विवाह,
बहू विवाह, कन्या वध, भ्रुण हत्या सहित अनेकानेक सामाजिक कुरीतियों ने
पैर पसारे। लेकिन अब बालिकाओं व नारियों की स्थिति आजादी के 75 वर्षों में
सुधरी है। फिर भी आदर्श स्थिति अभी आना बाकी है। आगे भी जेण्डर संवेदनशीलता का
भेद खत्म करने हेतु प्रयासों की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानाचार्य हीरा खत्री, स्काउट सीईओ नरेन्द्र
कुमार खोरवाल, सेवानिवृत्त अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी बी.सी.परमार का आथित्य
रहा। वहीं कार्यक्रम में शर्मिला डाबी, देवीलाल, कल्पना चौहान, जिला विधिक सेवा
के पीएलवी दिनेश कुमार, अनिल कलावंत तथा एनएसएस की सेविकाएं उपस्थित रही।