माँझी : 6 एकड़ में फैला ताल अतिक्रमण का शिकार
माँझी : 6 एकड़ में फैला ताल अतिक्रमण का शिकार
मांझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: मांझी प्रखंड के पूर्वी छोर पर कौरु धौरू पंचायत स्थित 85 एकड़ में फैला दह पुरैना मांझी तथा उससे से गुर्दाहाँ मौजा का 6 एकड़ में फैला ताल अतिक्रमण का शिकार होकर रह गया है। ऐसा बताया जाता हैं कि उक्त दह पुरैना की सरकारी भूमि में से आधे से अधिक भूमि पर अनधिकृत रूप से अतिक्रमण कर लिया गया है। अतिक्रमण की वजह से तथा बाहर से बह कर आई मिट्टी के कारण ताल का सतह काफी ऊंचा हो गया है। इस वजह से दर्जनों पइन के माध्यम से बहकर प्रतिदिन आने वाला लाखों लीटर पानी ताल के आसपास के खेतों में फैलकर निजी जमीन में लगी फसलों को बर्बाद कर रहा है। सैकड़ों वर्षों से मांझी रिविलगंज जलालपुर तथा एकमा के पइन के माध्यम से परम्परागत जल संचय का माध्यम रहा दह पुरैना अपने उद्देश्यों से विमुख होकर रह गया है। उक्त ताल के आधे से अधिक का भाग को येन केन प्रकारेण अवैध तरीके से अतिक्रमण का शिकार बना दिया गया है। पुरैना में मिट्टी भर जाने के कारण ताल का पानी ओवरफ्लो होकर अगल बगल के फसलों को बर्बाद कर रहा है। ताल का सतह ऊंचा हो जाने के कारण इसवर्ष हुई जबरदस्त बरसात सेआसपास के गांवों में जलजमाव की गम्भीर समस्या उतपन्न हो गई थी। दह पुरैना की अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराकर इसके चारों तरफ बांध व रोड तथा पेड़ पौधे लगाकर इसे जिले का अनूठा ताल के रूप में विकसित किया जा सकता है। कौरु धौरू पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि उदय शंकर सिंह ने बताया कि यह मांझी के बेरोजगारों के लिए बेहतर रोजगार का माध्यम भी बन सकता है।
मांझी के प्रसिद्ध दह पुरैना को पर्यटक केन्द्र अथवा मछली उत्पादन केंद्र के हब के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से आसपास के ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों व वरीय पदाधिकारियों से कई बार मांग की परन्तु सरकार द्वारा इस दिशा में अबतक कोई ठोस प्रस्ताव नही बनाया जा सका है।