●●●●●★ आँसू ★●●●●●
ई आँसु कबौं जिनगी में फूल बन जाला 
ई आँसु कबौं जिनगी में शूल बन जाला 
दुखओ दरसावेला ई आँसु 
सूखओ दरसावेला ई आँसु 
आउर अतने ना 
आँसु जिनगी के अंग बन जाला 
हँसतो में बहेला ई आँसु 
रौवतौ में बहेला ई आँसु 
हमसब के जिनगी के राज बा ई आँसु 
आँसु बिना बेकार ई  जिनगी जैसे 
बिन जान के बा ई जिनगी 
हर राज के बात बतलावे ला ई आँसु 
जिनगी में साथ निभावेला ई आँसु 
अजनबी समझेले 
जिनगी में कूछूवो महान बा 
बा ई  आँसु 
                 ■
     अजय सिंह  अजनबी 
              छपरा
