बिहार में तेज़ बारिश से हालात तनावपूर्ण — IMD ने कई जिलों के लिए येलो/ऑरेंज अलर्ट जारी, जनता से सतर्क रहने की अपील
पटना (बिहार): कल रात से बिहार के कई हिस्सों में तेज़ बरसात जारी है। मौसम विभाग (IMD) और राज्य प्रशासन ने बाढ़-जलभराव व जमीन बहने के ख़तरे को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है। कम-उपजिला-स्तर के वार्निंग में अगले 2–3 दिनों के दौरान अत्यधिक बारिश होने का अनुमान है, खासकर पूर्व व उत्तरी बिहार में।
किस क्षेत्रों में अलर्ट?
IMD की ताज़ा चेतावनियों के मुताबिक बिहार के कई सब-डिवीजनों में 4 से 6 अक्टूबर के बीच Extremely Heavy to Heavy Rain की संभावना जताई गई है। राज्य के कुछ स्रोतों में यह भी बताया गया है कि करीब दो-तीन दर्जन जिलों (विशेषकर उत्तर-पूर्वी और नदीघाट वाले जिलों) में येलो/ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है; प्रशासन ने नदियों के जलस्तर और प्लेन्स में बाढ़-जोखिम पर खास नज़र रखने को कहा है।
स्कूल-कॉलेज बंद रहने की स्थिति
सामान्यतः अक्टूबर के पहली सप्ताह में नवरात्र/दुर्गा-त्योहारों के कारण कई जिलों में विद्यालय पहले से छुट्टी पर हैं। इसके अलावा, भारी बारिश/फ्लड-रिस्क के कारण कुछ जिलों के DM-स्तर ने स्थानीय स्कूल/आंगनवाड़ी केंद्रों को अस्थायी बंद रखने का निर्देश भी जारी किया है—परन्तु यह फैसला जिलेवार अलग-अलग है; अभिभावक व छात्र अपने नज़दीकी विद्यालय व प्रखंड कार्यालय से आधिकारिक सूचना जरूर प्राप्त करें। (नोट: त्योहारों से संबंधित सूचनाओं के लिए राज्य-स्तरीय छुट्टियों की आधिकारिक सूची देखें।)
स्कूल-विद्यालय बंदी के आदेश
सारण (छपरा) जिले में, जिलाधिकारी अमन अमीर ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है। इस स्थिति को देखते हुए शिक्षण कार्य दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है।
इसी तरह गोपालगंज जिले में भी प्रशासन ने स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है।
कौन-कौन से जिले प्रभावित हो सकते हैं?
मौसम विज्ञानियों ने बिहार के निम्न समूह जिलों पर विशेष निगरानी की सलाह दी है — उदाहरणतः किषनगंज, अररिया, गोपालगंज, सारण (छपरा), समस्तीपुर, वैशाली, भागलपुर व खगड़िया जैसे नदीनिकट तथा पूर्वी-उत्तर क्षेत्र के जिले। इन जिलों में तेज़ बारिश से नदियाँ उफान पर आ सकती हैं व सड़क-पुलों पर जलभराव की सम्भावना रहती है। स्थानीय प्रशासन इन जिलों में डबल-चेकिंग व निगरानी बढ़ा चुका है।
प्रशासन क्या कर रहा है?
जिले के अधिकारी/DMs और आपदा प्रबंधन तंत्र ने‐
निचले इलाक़ों व नदी किनारों पर आवागमन सीमित करने के निर्देश दिए हैं;
नगर निकायों/पुलिस को जलभराव वाले मार्गों पर नाका-जाँच व ट्रैफ़िक-रूट-बदलने के निर्देश जारी किए गए हैं;
आपात-कालीन सेवाओं (नाव, गोताखोर, SDRF-नोड इत्यादि) को तैनात रखने का आह्वान हुआ है; और
प्रभावित/संभावित प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित, ऊँचे स्थानों पर जाने की चेतावनी दी जा रही है।
जनता के लिए जरूरी सलाह (Safety tips)
1. अप-टू-डेट सूचनाओं के लिए अपने जिला/प्रखंड के आधिकारिक चैनल (DM/SDM/Police/BDO) केवल देखें।
2. निचली बस्तियों, पुल-पाइप रोड, तटीय इलाकों में रात में न जाएँ; सड़कों पर पानी जमा हो तो वाहन न चलाएँ।
3. अत्यावश्यक हेतु 112 (आपात) और स्थानीय कंट्रोल रूम नंबर संपर्क रखें; अपने मोबाइल व पावर-बैकअप चार्ज रखें।
4. परिवार/परिचितों के साथ संपर्क में रहें और आवश्यकता होने पर निकटतम राहत केन्द्र का रुख करें।
5. बच्चों व बुज़ुर्गों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें—अगर स्कूल खुला है तो प्रशासन की निर्देशों का पालन करें।
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