मातृ शिशु अस्पताल में एक हीं छत के नीचे मिल रहीं है सभी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं!
• इलाज से लेकर दवा और जाँच की सुविधाएं एक हीं जगह पर उपलब्ध
• संस्थागत प्रसव और सिजेरियन में आयी बढ़ोतरी
सारण (बिहार): एक समय था जब छपरा सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में संसाधनों की भारी कमी थी। प्रसव पीड़ित महिलाओं को समुचित सुविधा नहीं मिल पाती थी। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग की पहल और जिला प्रशासन की सतत निगरानी के कारण यहाँ बेहतर बदलाव देखने को मिल रहा है।
मातृ-शिशु अस्पताल (एमसीएच) का निर्माण इसी उद्देश्य से कराया गया है कि गर्भवती महिलाओं को एक ही छत के नीचे संपूर्ण और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। यहां न केवल सामान्य प्रसव बल्कि सिजेरियन ऑपरेशन की भी सुविधा है। अस्पताल में भर्ती के बाद प्रसव तक की पूरी प्रक्रिया और नवजात की देखभाल के लिए स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) की भी व्यवस्था की गई है।
संस्थागत प्रसव और सिजेरियन में आयी बढ़ोतरी:
अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद नें बताया कि मातृ शिशु अस्पताल में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है। एक समय था कि डिलेवरी के बाद प्रसव पीड़ित महिला या इसके परिजन एक दिन भी अस्पताल में रुकना नहीं चाहते थे, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है व्यवस्था इतनी अच्छी हो गयी है कि प्रसव के बाद महिलाएं एक सप्ताह तक रुक रहीं है। मातृ शिशु अस्पताल शुरू होने हमारे संस्थागत प्रसव की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी। ओपीडी मरीज की संख्या में भी 30% वृद्धि दर्ज की गयी है। नॉर्मल डिलेवरी 20% बढ़ा है साथ हीं सिजेरियन दुगुना हो रहा है।
लिफ्ट की सुविधाएं उपलब्ध:
लिफ्ट सेवा शुरू होने से मरीजों को विभिन्न मंजिलों पर बने वार्ड और ऑपरेशन थिएटर तक आसानी से पहुंच मिल रही है। इससे आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई संभव हो पा रही है, जिससे कई जिंदगियां सुरक्षित हो रही हैं। पहले जहां अधिकतर महिलाएं निजी अस्पतालों का रुख करती थीं, अब वे सरकारी अस्पताल में ही भरोसे से इलाज करा रही हैं।
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा नें बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। भविष्य में यहां और भी अत्याधुनिक उपकरण और सेवाएं जोड़ी जाएंगी। इस अस्पताल में पीआईसीयू, माइनर ओटी, मेजर ओटी, नर्सिंग स्टेशन, दवा की सुविधाएं, जाँच की सुविधा, परामर्श की सुविधाएं उपलब्ध है। यह अस्पताल पूरी तरह से वातानुकूलित है।