साढ़े चार दशक से बंद पड़े सरकारी बोरिंगसे पानी आना शुरू, किसानों में खुशी!
सारण (बिहार): माँझी नगर पंचायत क्षेत्र के गणेशी बगीचा इलाके में स्थापित तथा बीते साढ़े चार दशक से बंद पड़े सरकारी बोरिंग ने फिर से पानी देना शुरू कर दिया। सरकारी उदासीनता के इस बंदिश को मांझी पूर्वी पंचायत के पूर्व मुखिया नवरत्न प्रसाद उर्फ संतोष पहलवान ने अपने अथक प्रयास से स्टेट बोरिंग को दुबारा चालू करवाया।
इस संबंध में पूर्व मुखिया ने बताया कि सरकारी बोरिंग के चालू हो जाने से गांव के किसानों को सिंचाई में कम लागत आएगी। सरकारी बोरिंग से किसानों की खेती में लागत घटेगी तथा आय में जबरदस्त मुनाफा होगा। उन्होंने बताया कि वर्षों से बंद पड़े सरकारी बोरिंग के चलते गांव के कई किसान पटवन के समय निजी नलकूप का सहारा लेते थे। खेती में लागत काफी बढ़ जाता था। अब सरकारी बोरिंग चालू हो जाने के बाद गांव के किसानों को इसका फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि स्टेट बोरिंग के चालू हो जाने से फिलहाल बागवानी तथा सब्जी आदि खेती में किसानों को तात्कालिक लाभ मिलेगा। बोरिंग चालू होने से गांव के किसान काफी खुश हैं।
बता दें कि लगभग 45 वर्ष पहले उक्त बोरिंग से किसान अपने खेतों की सिंचाई करते थे। जिसको संचालित करने के लिए सरकारी ऑपरेटर की भी नियुक्ति हुई थी। जो समय-समय पर इस बोरिंग को संचालित करता था। हालाँकि बाद में तकनीकी गड़बड़ी और बिजली की अनुपलब्धता के कारण स्टेट बोरिंग से सिंचाई का कार्य पूरी तरह ठप हो गया। तबसे किसानों को इसके चालू होने का बेसब्री से इंतजार था। पूर्व मुखिया ने बताया कि इस स्टेट बोरिंग से एक बार में तीन किसान डिलेवरी पाइप के सहारे अपने खेतों की पटवन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के खेतों का पटवन उनसे बिजली का बिल और ऑपरेटर का खर्च लिया जाएगा।