आगलगी के प्रति लापरवाही से जलने से बचे दर्जनों गांव!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: माँझी प्रखण्ड के सरयूपार गांव के समीप बधार में मंगलवार को अचानक आग लग गई। बाद में आग धीरे-धीरे आस पास के कई गावों में फैल गई। आग के विकराल रूप देख लोगों में दहशत मच गया। बताया जाता है कि तेज पछुआ हवा के कारण आग तेजी से बगल के बधार को चपेट में ले लिया और देखते ही देखते चंदऊपुर, सरयूपार, गोबरही टोला, गढ़वा, साधपुर, जमनपुरा आदि गांव के बधार में पहुंच गया। आग का विकराल रूप देख ग्रामीणों में आफरा तफरी मच गई। बाद में आसपास के ग्रामीण जुट गए और अपने गांव के पैंपिंगसेट चालू कराकर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। आग की रफ्तार बेकाबू देख ग्रामीणों ने अग्निशमन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद चार की संख्या में पहुंचे मिनी फायर बिग्रेड वाहन व ग्रामीणों की सहायता से आग पर काबू पाने के प्रयास में जुट गए। हालाकि तबतक विभिन्न गांव के बधार से दर्जनों पेड़ झुलस गए। इस बीच कुछ देर के लिए एकमा ताजपुर पथ पर सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए आवागमन भी बंद किया गया था। हालाकि बाद में फिर इसे चालू कर दिया गया। वही घटना स्थल पर मौजूद लोगों का कहना है की एकडेगवा गांव के बधार में कुछ लोग खेतों में गेहूं के डंठल जला रहे थे, जिसके कारण आग बगल के बधार को चपेट में ले लिया।
लोगो ने बताया कि एका-दुका लोगों की नादानी के कारण इस तरह की घटना घटित हो रही है, जिससे लोगों नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। बताया जाता है की गांव के नौजवानों की सजगता और फायर विग्रेड कर्मियों के संयुक्त प्रयास से एक बहुत बड़ा हादसा होने से बच गया, अन्यथा जिस तरह तेज पछुआ हवा में आग की लपेट विकराल रूप धारण कर आगे बढ़ रही थी इसे रोक पाना संभव नहीं था।