88 वर्ष हो चुके हैं शिव को इस सृष्टि पर अवतरित हुए।
शिव जयंती महोत्सव पर निकाली गई शोभा यात्रा, काटा गया केक!
सिवान (बिहार): सिसवन प्रखंड के चैनपुर में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय चैनपुर शाखा में शिव जयंती महोत्सव कार्यक्रम तथा शोभा यात्रा में लक्ष्मी नारायण की मनमोहक झांकी सजाई गई। यह शोभा यात्रा शिव प्रवती चौक, महावीर चौक, संतोषी चौक, अंबेडकर चौक होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा। फिर शिव बाबा का ध्वज फहराया गया। 88 वां शिव जयंती महोत्सव के उपलक्ष में केक भी काटा और ध्वज का महत्व भी बताया गया। संचालिका राजयोगनी ब्रम्हा कुमारी सुधा दीदी ने महाशिवरात्रि के महत्व से परिचित करवाया।
महाशिवरात्रि का पर्व परमपिता परमात्मा शिव के कलियुग के अंत और सतयुग के आदि से पूर्व वर्तमान संगमयुग पर किए गए दिव्य एवं आलौकिक कर्मों का यादगार पर्व है। सृष्टि चक्र के अविनाशी ड्रामानुसार जब चारों ओर अधर्म, पापाचार, भ्रष्टाचार, अनाचार, कदाचार का तांडव नृत्य होने लगता है। प्रत्येक मनुष्य आत्मा पतित एवं विकारी बन जाती है तो परमात्मा शिव परमधाम से इस साकार लोक में अवतरित होकर ईश्वरीय ज्ञान और सहज राजयोग की शिक्षा देकर इस सृष्टि का पूर्ण परिवर्तन करा देते हैं। परमात्मा शिव को इस सृष्टि पर अवतरित हुए 88 वर्ष हो चुके हैं। वे सृष्टि के आदि-मध्य-अंत का रहस्य, कर्मों की गुह्य गति, कल्पवृक्ष, तीन लोक इत्यादि अध्यात्मिक सत्यों का उद्घाटन कर रहे हैं। इसलिए वे शिव भक्तगण परमात्मा शिव द्वारा दिए जा रहे ईश्वरीय ज्ञान से अपनी आत्मा में व्याप्त अज्ञानता और विकारों के अंधकार को सदा-सदा के लिए मिटा दो। भोलेनाथ आशुतोष भगवान शिव अमरभव का वरदान दे रहे हैं, इससे जन्म जन्मान्तर के लिए अपने जीवन का श्रृंगार कर लो। कहीं ऐसा ना हो, परमात्मा शिव अपना दिव्य-आलौकिक कर्म करके वापस चले जाएं और आपकी परमात्मा मिलन की आस अधूरी रह जाए। याद रखें अभी नहीं तो कभी नहीं..। इस कार्यक्रम छोटे छोटे बच्चियों ने नृत्य कर के सभी का मन मोह लिया कार्यकर्म में बी के रिंकी बहन, अनिल भाई, निर्मल भाई, रमेश मिश्रा, बी के नेहा, रेणु, गौतम यादव समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।