नवरात्र के पांचवें दिन हुई स्कन्दमाता की पूजा अर्चना!
/// जगत दर्शन न्यूज़
सिवान (बिहार) संवाददाता बिट्टू यादव: सिसवन प्रखण्ड क्षेत्र के चटेयाँ गांव में नवरात्र की पंचमी तिथि को माता रानी के पंचम स्वरूप स्कन्दमाता की पूजा अर्चना की गई। बताते चले की चटेयाँ गांव में बड़े ही धूमधाम के साथ शारदीय नवरात्र व्रत मनाया जा रहा है। वही चटेयाँ गांव के यदुवंशी पूजा समिति के अध्यक्ष रुपेश यादव ने बताया कि भगवान स्कंद कुमार [कार्तिकेय] की माता होने के कारण दुर्गा जी के इस पांचवें स्वरूप को स्कंद माता नाम प्राप्त हुआ। भगवान स्कंद जी बालरूप में माता की गोद में बैठे होते हैं। इस दिन साधक का मन विशुद्ध चक्र में अवस्थित होता है। स्कंद मातृस्वरूपिणी देवी की चार भुजाएं हैं। ये दाहिनी ऊपरी भुजा में भगवान स्कंद को गोद में पकड़े हैं और दाहिनी निचली भुजा जो ऊपर को उठी है, उसमें कमल पकड़े हुए हैं। मां का वर्ण पूर्णत: शुभ्र है और कमल के पुष्प पर विराजित रहती हैं।